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prashanttrivedi1744
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Prashant Trivedi

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Prashant Trivedi

#Flute #प्रणय_प्रत्यंचा
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Prashant Trivedi

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Prashant Trivedi

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Prashant Trivedi

#प्रणय_प्रत्यंचा #प्रशान्तत्रिवेदी #प्रशान्त_त्रिवेदी
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Prashant Trivedi

दूरी ना कोई ना दौर
अधूरी ना कोई ना कोई छोर
संग हैं ऐसे अकेले अंश
खुबीं खुशी खुशबू
डर ना डगर पर
सुकून सा सफर पर
अपने अपनेपन का दौर 

प्रणय - प्रत्यंचा #प्रणय_प्रत्यंचा #प्रशान्तत्रिवेदी #प्रशान्त_त्रिवेदी
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Prashant Trivedi

#प्रणय-प्रत्यंचा # Anshu Pradhan

#प्रणय-प्रत्यंचा # Anshu Pradhan

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Prashant Trivedi

हूँ उदय, एक सूरज का इंतज़ार
क्षितिज सा मिल गया
मौजूदगी हर गहराई में
चिंगारी हूँ कल का सूरज 
आ उठा कर रोशन कर लो
राज हैं, घटना की राजरानी
एक छोर से दूसरें का जहाजरानी
उसमें हूँ उजाला बस आ उठा
परतों का सपना पलकों
अक्क्षु में बूंद 
बूँद बुललों में सागर मैं
डुबा नहीं 
तेरा प्यार तेरा यार
गहराई को छुता #गहराई #प्रणय_प्रत्यंचा #प्रशान्तत्रिवेदी #प्रशान्त_त्रिवेदी
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Prashant Trivedi

सुत हूँ सूत्र धार करूँगा।
हर हरण आहरण कर करूँगा।
सत्य पथ डटा रहूँगा।
मनु हूँ मन मौन शौर्य रहूँगा।
एक हूँ सत सच समझ...
एक हूँ पुनीत अद्भुत समझ...
उदय भी पहचान...
अस्त भी सममान...
करता हूँ मन पथ सपथ...
करता हूँ तन रथ सत्यार्थ... #प्रशान्तत्रिवेदी #प्रशान्त_त्रिवेदी #प्रणय_प्रत्यंचा
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Prashant Trivedi

जलता दीपक सा था।
रोशन करनें की चाहत थीं।
परियों का वह रोशनी में देखता था।
जलता देख रोता था।

कोई रूह जला रही थी तो कोई स्वयं को तपा रही थीं।

किसी ने किया था अर्पण समर्पण था।
आज भी अधेरें में अनकहे कहानियाँ थीं।
जगम जींदादिलीप्यार एक प्यार जीदगीं था।
तितलियों की उजाले... रात जुगुनू की आशाओं की थीं। #दीपक #प्रणय-प्रत्यंचा #प्रेम #prazhantrivedi01@yahoo.com
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Prashant Trivedi

हाँ सब सृजन ...तुमसें
हाँ आँखों में दीप्ति सुकून...
हाँ आँचल से दूर बन्धन सें...
हाँ बन्धन पावन तुम संग संस्कृति ...
हाँ श्रृद्धे श्रृंखला तुम संग संसार...
हाँ हर अभिनव पूरा हो हरि नयन...
हाँ सब सृजन ...तुमसें #प्रणय-प्रत्यंचा #एकांत #प्यार
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