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kshitijraj2342
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Kshitij Raj

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Kshitij Raj

#AakhriAlvida
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Kshitij Raj

साहित्य विधा में कोई शायरी गजल कविता छंद लिख दें,
बेलगाम बिगड़ैल अमीरजादे की जवानी पे दंड लिख दें,
न्याय व्यवस्था पर खड़ा सवाल प्रक्रिया को पाखंड लिख दें,
जब हत्यारे जमानत में 300 शब्दों का निबंध लिख दें।।
खामोश

©Kshitij Raj #Mumbai
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Kshitij Raj

White तोड़कर कुछ करार चले गए,
छूकर दिल के तार चले गए,
कौन कहेगा बेवफा तुम्हे,
सीखाकर तुम प्यार चले गए।।
'खामोश'

©Kshitij Raj
  #sad_quotes
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Kshitij Raj

ram lala ayodhya mandir संतों की तपस्या से जाकर वनवास ये टला है,
सब खोकर भी राम अडिग कैसे वन को चला है,
पिता के आशीष और मां की लाड में जो पला है,
राजकुमार वो पिता को ढांढस बंधाता छोड़ चला है,
भौतिक सुखों से मुंह फेर नाता तोड चला है,
वैरागी राम ने आधिपत्य तक को है भुलाया,
अयोध्या ने राम को फिर मंदिर में है बुलाया,
आंदोलन वो कारसेवकों के खून से सना है,
राह कठिन थी मगर मंदिर वहीं बना है।।

खामोश

©Kshitij Raj #ramlalaayodhyamandir 
#JaiShreeRam
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Kshitij Raj

धर्मार्थ पुरुषों की उपासक हो, मानवता की संचालक हो, 
कथानक की कथाओं में ,मां दुर्गा तुम सबमें निराली हो,
सौम्यता की परिचायक हो, शक्ति की संवाहक हो, 
रूप अन्यान्य देवी तुम्हारी, सर्वविद्यामान देवी तुम सर्वशक्तिशाली हो,
गौरी देवी चित्ताकर्षक हो,करालवदना रूप लिए अति भयानक हो,
चण्ड मूण्ड विनाशिनी महिषासुरमर्दिनी, शिवदूती करती सबकी रखवाली हो,
दुष्टों की संहारक हो, पापमोचन बुद्धि की विनाशक हो, 
सौम्यातिरौद्राय देवी धर्म क्षेत्र में ब्रह्माणी, रुद्रानी तुम रणचंडी काली हो।।

 - खामोश

©Kshitij Raj
  #navratri #jaimaadurga #jaikaali #jaimatadi
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Kshitij Raj

मुबारक हो रंगों की होली हे,
मीठी गुजिया मिठाई सी बोली हे,
रंगों ने खुशियों से भर दी झोली हे,
गालों पे रंग गुलाल ओ चंदन रोली हे,
गलियों में घूम रही दीवानों की टोली हे,

खेलत झूमत नाचत गावत वृंदावन धाम हे,
रंगों से रंग गए मंदिर द्वार और सुबहो शाम हे,
मथुरा की गलियों में गूंज रहा कृष्ण नाम हे,

काशी मथुरा वृंदावन में सारे देश ने खेली हे,
लजाती भाग रही कृष्ण से बचती सहेली हे,

आनंद रस खूब हो रही हंसी ठिठोली हे,
खुशियों में झूम रहे, खेलत सब होली हे,

आज बिरज में होली है।।।

'खामोश'

©Kshitij Raj
  #Holi
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Kshitij Raj

orange string love light मैं सब कुछ लुटा दूंगा रिश्तों की इस सिलाई में,
विश्वास न हो तो ले लो मेरी जान भी मेरे लहजे की मुंह दिखाई में।।

--- खामोश

©Kshitij Raj
  #lovelight
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Kshitij Raj

हर वक्त एक नया आगाज नही चाहता,
सिवा तुम्हारे कोई और नखरे अंदाज नहीं चाहता,
होती है गलतियां गुस्ताखियां दिल से कई,
मगर ये दिल कभी करना तुम्हें नाराज नहीं चाहता।

-क्षितिज राज चौधरी 'खामोश'

©Kshitij Raj
  #mohabbat
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Kshitij Raj

A find that blinds us,
A bond that binds us,
A power that walks behind us,
The expressions that feelings assigned us,
The encrypted culture of love that defined us..

THIS IS WHAT LOVE IS....

'खामोश'

©Kshitij Raj
  #hands
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Kshitij Raj

What i am deprived for,
Is the excellence that I have strived for,
To make dreams true I have thrived for,
Life's not a corporate office,work the boss,
Between health, balance and work  it is a toss,
By the end you are the one responsible for the loss,
Ready for the complains eager for the taunt,
The dreams unaccomplished those haunt,
Admission of the fact that I am at fault,
Yes, i did a mistake making wrong choice to halt,

For the path wrong taken,
For the loser late awaken,
The enthusiasm ,the spirit that bulldoze,
The fallen man on ground who rose,
Do I have a way to make some sound,
To the start If possible can I turn back and round,
Regretting for the path wrong I found,
Awfully pained by the destiny,
No chance to become a rebel and turn mutiny,

But amidst the dim dark,
The fear of end however stark,
I shall look for more good,
The path lost in the wood,
Waiting for a ray of hope to pop,
Searching the way from root to top,
Chasing the rebel destiny like a cop,
I shall take hold of it,
From the mines I shall dig gold of it,
I will not here give up, 
For the heap of expectations to live up,
I will take a leap,
From the efforts shown Mounds of success to reap,

©Kshitij Raj
  #GarajteBaadal
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