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rashunagar5457
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Rashu Nagar

kosish jari hain.....

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Rashu Nagar

हम चमड़ी के पुजारी है

दिल कब तरासेंगे

हम जिस्मानी प्यासे है

इश्क़ कब उजियारेंगे Rashu

Rashu

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Rashu Nagar

पीर लिखा पोर लिखी 

आँखों से झलकता नीर लिखा

गीत लिखा नज्म लिखी

दिल मे बसी तस्वीर को लिखा
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Rashu Nagar

अजब सी ऊब शामिल हो गयी है रोज़ जीने में
पलों को दिन में, दिन को काट कर जीना महीने में
महज मायूसियाँ जगती हैं अब कैसी भी आहट पर
हज़ारों उलझनों के घोंसले लटके हैं चैखट पर
अचानक सब की सब ये चुप्पियाँ इक साथ पिघली हैं
उम्मीदें सब सिमट कर हाथ बन जाने को मचली हैं
मेरे कमरे के सन्नाटे ने अंगड़ाई सी तोड़ी है
मेरी ख़ामोशियों ने एक नग़मा गुनगुनाया है
तुम्हारा फ़ोन आया है, तुम्हारा फ़ोन आया है kv

kv

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Rashu Nagar

माँ


तुझे हर वक्त याद करता हूँ

अपनी आंखें बेवक्त नम करता हूँ

अल्फ़ाज़ मेरी शायरी से बयाँ करता हूँ

तमाम उम्र तेरे ही नाम करता हूँ

Rashu.. Rashu

Rashu

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Rashu Nagar

महादेव का त्रिशुल हूँ मै,,

सूर्य के तेज सा प्रकाश हूँ मै,,

प्रेम का प्रतीक हूँ मै,,

मर्यादा में पुरुषोत्तम हूँ में,,

मायाधारी श्री कृष्ण से अहंकारी इंद्र तक,,

धैर्य में श्री हरि से शस्त्र में ब्रम्हाअस्त्र तक,,

अविचल अभिमान हुँ में,,,

Rashu Rashu

Rashu

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Rashu Nagar

गुलाब, ख्वाब, दवा, ज़हर, जाम  क्या क्या हैं

में आ गया हु बता इंतज़ाम क्या क्या हैं

फ़क़ीर, शाह, कलंदर, इमाम क्या क्या हैं

तुझे पता नहीं तेरा गुलाम क्या क्या हैं||

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Rashu Nagar

अपने खून से मिट्टी को रँगते देखा है

मैने अपने पिता को जज़्बात सींचते देखा है

Rashu

proud of being a farmer

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Rashu Nagar

 kv Nitu Sharma Sangeeta Arya Kumari Aditi Smriti Joshi

kv Nitu Sharma Sangeeta Arya Kumari Aditi Smriti Joshi

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Rashu Nagar

मैं तेरे बिन जो सांसे लूं उन्हें भी काम लिखता हूं, 

तेरे घर के हर एक रास्ते को आठों धाम लिखता हूं। 

शहर जाकर बस तुझे रात की शोखी हुई हासिल,

 तो अपने गांव की हर शाम तेरे नाम लिखता हूं।  kv

kv

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Rashu Nagar

“नदी पर्वत से उतरे तो मैं तेरी चाल लिखता हूं, 

तेरे होठों की नरजिश पर हर एक सुर-ताल लिखता हूं, 

तेरी आंखों की झीलों में है मेरे इश्क के आंसू,

 तो जानेमन तेरे नाम ये भोपाल लिखता हूं..” kv

kv

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