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sarthakkarnatak0860
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Sarthak Karnatak

Naval officer

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Sarthak Karnatak

 Ought to see you

Ought to see you #poem #nojotophoto

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Sarthak Karnatak

रिश्ते की कोई जात नहीं होती, धर्म नहीं होता ,जज्बातो  का वर्णन यू खुलेआम नहीं होता
ये  फितूर का कसूर है, या रिवाजो का सुरूर ,
 इश्क़ की जंग का कभी ऐलान नहीं होता इश्क़ #nozoto

इश्क़ #Nozoto

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Sarthak Karnatak

एक ख्वाब

 नौका की पतवार लिया मे चलता रेगिस्तान , नामुमकिन सा ख्वाब जिया मे बुनता बियेबाँ 
लफ्जो की क्या बात करु , अनाथ सपनो की खैरात करु ,
तर्क -वितर्क के मेले मे, अपनी किस्मत को विख्यात करु , 
जब  आंधी सी बर्बादी होगी तब बन दीपक जल जाना तुम ,
डोर कमजोर लगे दिल की, तब पंछी जैसे रूह को साहस का दाना खिलाना तुम  
लोग प्रयोग करे तुमको, तब दुर्लब योग बन जाना तुम 
धीमी आंच जले देशभक्ति की, तब एक स्वर मे इंक़लाब गाना तुम 
 नौका की पतवार लिया मे चलता रेगिस्तान , नामुमकिन सा ख्वाब जिया मे बुनता बियेबाँ  
फ़िक्र से फक्र का सफर ही नायाब है 
रुबाब का सैलाब है या तू अनकही सी किताब है ,
वक़्त की महिमा है हसायगी रुलाएगी 
तेरी ज़िंदगानी को दुनिया ,मुजुबानी धोरायेगी 
जब तू खुद को तराशेगा तब दुनिया तलाशेगी एक ख्वाब

एक ख्वाब #poem

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Sarthak Karnatak

ज़मीर टटोलती बात थी, या रिश्तो मे वो मात थी 
दुनिया अपनों से अनजान थी ,क्या ये कलयुग की औकात थी ?
जिसने  ऊँगली थामी थी ,आज उन्हें बेसहारा कर दिया 
सुख दुःख मे जो साथ थे, उनसे क्यों रुख मोड़ दिया
 बेबस नीरस काया मेरी, धुंदली होती छाया मेरी 
रो  रो के चिलाया मेने, क्या बोया क्या पाया मेने 
दो वक़्त की रोटी मांगी थी ,पर मेरी दवाईआ आज तेरी जरूरतों से महंगी हो गयी ,  
मेरी कदर आज गेरो से भी कम हो गयी,
  खुशी के मोको पर मुझे भी शामिल कर लिया करो,
 समाज मे रहने की शर्म हममे आज भी है,
 परिवार  के प्रति वफादारी आज भी है ,
अपने बच्चो  के प्रति माँ की ममता आज भी है ,
परिवार  के अनुभव के लिए पिता का मार्गदर्शन आज भी है 
वो रात बड़ी असमंजस की रात थी 
जमीर टटोलती बात थी, या रिश्तो मे वो मात थी ,
दुनिया  अपनों से अनजान थी क्या ये कलयुग की औकात थी ?
 #NojotoQuote बुजुर्ग

बुजुर्ग

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Sarthak Karnatak

Sarthak Karnatak's Stories in 2018
#Throwback2018

Sarthak Karnatak की कहानियाँ 2018 में
#लम्हें2018 #Nojoto2018

Sarthak Karnatak's Stories in 2018 #Throwback2018 Sarthak Karnatak की कहानियाँ 2018 में #लम्हें2018 2018 #Nojoto2018

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Sarthak Karnatak

आभा 
 तू चक्र है आदि का, तू चक्र है अनंत का ,
मोह  तू ,कर्म तू, रूहानियत का धर्म तू  ,
वो परिश्रम का जो सेज था, रगो मे जो वेग था ,
चक्र मे छुपी ज्योति थी ,  वो ज्योति का ही तेज था ,
मन लग गया ध्यान मे, रूह से मिलने के अभियान मे 
क्षितिज के ढलान मे ,खोज रहा दिव्ये ज्ञान मे
विमल कमल पर सवार मे  ,भिक्षुक के अवतार मे 
आत्मविश्वास के  आस मे , आंतरिक शांति के तलाश मे 
संसार हो गया अजमल सा , मनन रह गया धूमल सा 
घमंड रह गया  कनिष्क सा ,मस्तिष्क हो गया तनिष्क सा ,



 #NojotoQuote आभा 
#nozoto

आभा #Nozoto

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Sarthak Karnatak

Muster ,fall in’s hobbies to us, skills ,knowledge gems to us
We as merchant burst at once ,safety first safety first,
Dirty hands signs clean money, engine room boils off when clouds shines sunny,
Port state and flag state are guest to us ,cleaning bilges mandatory for us 
Boiler suits with dirt and oil strains
Ages been called off , but we sailors sustain,
hardship come and go ,never tense us,
 as we navigators maintain Naval Rital

Naval Rital

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Sarthak Karnatak

N@val ritals
Exposure of world ,no races no culture
We “the liberal vulture”
When world was full of terror, havoc and destruction,
We are the lionhearted ones  distributing functioning and food stuffs with harmonization,
We work on board happily ,inspite of working away from family,
We work in storms  work in rains, mariners believe “no pain no gain’

Ages been called off , but we sailors sustain,
hardship come and go ,never tense us,
 as we navigators maintain Naval ritals

Naval ritals

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Sarthak Karnatak

शम्मा हूँ इकरार का ,में शायर अपने अलफ़ाज़ का
रुस्वा  तेरे ख्यालो मे, में जाजिब तेरे इश्क़ का में जाजिब तेरे इश्क़ का

में जाजिब तेरे इश्क़ का

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Sarthak Karnatak

समय  तो यूही बदनाम है, हमने तो अक्सर चेहरे बदलते देखे है

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