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shashikantyadav1666
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Shashikant Yadav

मुस्कुराहट पर तुम्हारी कई मरते होंगे, मगर मैं जी जाता हूँ। 😍

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Shashikant Yadav

When someone asks,  how's life going... ?


Me -                       
जवाब नहीं , बस यही प्यास है...
आज को बेहतर कल की तलाश है
और मुस्कुराते हैं ये चेहरे की पड़ रही झुर्रियां...
कुछ बाल सफेद है, और 
क्या बताए तुम्हे, क्या क्लेश है।

मूक हैं मेरा दर्पण , 
जो कभी ख़ुद से गुफ्तगू किया करता था
तल्ख़ की जार में डूबा मै, 
अर्थ की खोजें में खाली जेब है, और 
कैसे बताएं तुम्हे, क्या क्लेश है।

©Shashikant Yadav  poetry quotes poetry on love poetry lovers hindi poetry on life hindi poetry

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Shashikant Yadav

मन अटका अपना इस भवसागर में,
मैं बिखरा, न जाने किस किनारे पर

©Shashikant Yadav #Poet 
#thought
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Shashikant Yadav

अर्ज किया है -
यू ना नजरें झुकाकर, तिरक्षी निगाहों से देखा करो...
दिल मे आघात होता है।
मुस्कुराहट ही तेरी कातिलाना है...
नजरों का वॉर, कहा बर्दास्त होता है।

©Shashikant Yadav #Love 
#Poetry

#Love Poetry

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Shashikant Yadav

चाय और तुम

न जाने बिछड़े हुए तुमसे, किनते बरस हो गए
फिर भी ये बेचैनी क्यों छायी है...
तुम मिलो किसी मोड़ पर...
संग तुम्हारे एक कप चाय, पिने की तलब आयी है।।

©Shashikant Yadav
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Shashikant Yadav

सर्कस सी है जिंदगी, वक्त ठहरा मदारी...
कौन समझे, किसको समझाये,
अज्ञात है जो, वक्त की जलसाज में...
ढूंढ रहा है कवि मन, ख़ुद को ख़ुद की
अल्फ़ाज में..!!
                     ~SKY~

©Shashikant Yadav #TLASH❤️

TLASH❤️ #Thoughts

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Shashikant Yadav

तेरी झलक में दशासुमेध की आरती,
अभाव में दूर समाहित ज़मीं-आसमाँ हो तुम...
गोधुल में बिखरा शाम मैं, रवि के पहले किरण की पयाम हो तुम...।।

©Shashikant Yadav #ख्यालात
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Shashikant Yadav

आईना धुंधला सा हो गया है,
चेहरे कि शिकायत करते-करते ।

शामें भी रो पड़ी है,
ख़ुद से यार की बाते करते-करते।।

©Shashikant Yadav #मंजिल
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Shashikant Yadav

बनारस की गंगा घाट है तू,
मैं मझधार में फंसा नौका ।
प्रिये तू दशासुमेध की आरती,
मैं मणिकर्णिका का भटका।।

©Shashikant Yadav @Merekhyal

@Merekhyal

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Shashikant Yadav

मंज़िल है, आसमा
रास्ता है, समंदर
जाना है, किस कदर
हुनर छुपा है, तुमहारे अन्दर।।

©Shashikant Yadav #MereKhayaal
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Shashikant Yadav

नज़ारे है तो नज़र भी आओगे,
गली है तो कभी गुज़र के भी जाओगे।
कभी आओ हमारी माया नगरी में,
मिलाकर ना, नज़र झुकाकर ही जाओगे।।

©Shashikant Yadav #RoadToHeaven
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