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surajkothari8632
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सूरज कोठारी'देव'

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सूरज कोठारी'देव'

फिर से क़लम की ओर हाथ बढ़े हैं,
यक़ीनन कुछ अनगढ़ गढ़ा जाएगा।

©सूरज कोठारी'देव' #PhisaltaSamay
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सूरज कोठारी'देव'

घूम आया हूँ कई जगहों पर मैं,
अपनी जगह पर सब नाख़ुश हैं।

©सूरज कोठारी'देव' #chaand 
#दुख
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सूरज कोठारी'देव'

आजीविका का प्रश्न मानव जीवन के पाठ्यक्रम का कठिनतम प्रश्न है; जिसका संतोषजनक उत्तर ढूँढ़ते-ढूँढ़ते न जाने कितने जीवनों पर प्रश्नचिह्न लग गया है।

©suraj kothari #samay 
#Job
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सूरज कोठारी'देव'

कभी-कभी हमारी बातें हमारी सुबह-शाम की छाया जैसी हो जाती हैं; वास्तविकता से बहुत दूर, बहुत बड़ी और छलावे का प्रतिरूप जो दिखने में तो सच जैसी ही लगती हैं पर होती नहीं हैं।

©suraj kothari कभी-कभी हमारी बातें हमारी सुबह-शाम की छाया जैसी हो जाती हैं; वास्तविकता से बहुत दूर, बहुत बड़ी और छलावे का प्रतिरूप जो दिखने में तो सच जैसी ही लगती हैं पर होती नहीं हैं।
#जिन्दगी

कभी-कभी हमारी बातें हमारी सुबह-शाम की छाया जैसी हो जाती हैं; वास्तविकता से बहुत दूर, बहुत बड़ी और छलावे का प्रतिरूप जो दिखने में तो सच जैसी ही लगती हैं पर होती नहीं हैं। #जिन्दगी #विचार

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सूरज कोठारी'देव'

शहर की भीड़ में छिपे अकेलेपन को देखकर,
लो आज ये आसमान भी खुलकर रो पड़ा है।

©suraj kothari
  #rainfall
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सूरज कोठारी'देव'

हवा हो जाना हवा ही नहीं बल्कि कई बातों की नियति भी होती है।

©suraj kothari #बातें  
#thought
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सूरज कोठारी'देव'

गर्मी का हाल मत पूछिए, बस इतना समझ लीजिए,
कि कपड़े सूख रहे हैं बाहर, बदन भीग रहा है अंदर।

©suraj kothari #गर्मी 
#सूर्य
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सूरज कोठारी'देव'

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सूरज कोठारी'देव'

मैं रोकर कहूँगा तो हर्फ़ नमक का अहसास लिए निकलेंगे,
तुम्हारे  ज़ख़्मों से  टकराएँगे तो  तुम्हें परेशानी बहुत होगी।

©suraj kothari #MereKhayaal 
#दर्द 
#जख्म 
#दिलकीबात
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सूरज कोठारी'देव'

लिखूँगा कुछ अक्षर
मेरे मिटने के बाद भी जो
मेरे होने का एहसास ज़िंदा रखेंगे।
कभी मेरी आह, कभी मेरी चीख,
कभी मेरा दर्द, कभी मेरा संघर्ष,
स्याही के स्याह रंगों में घुलकर,
आँखों से, कानों से होते हुए,
समरूप हो जाएँगे रुधिर के, और
दिल को झकझोर कर रख देंगे।
मेरी बेचैनी को चैन देंगे,
मेरे आँसुओं को थोड़ी ज़मीन देंगे,
देंगे मेरे लोगों को मिला-जुला एहसास,
कभी नीरस तो कभी एक बारिश खास, और
पैरों के निशान भी लिखूँगा, जिन्हें बढ़ाया है
मंज़िल की तरफ़, जाने किस मंज़िल की तरफ़।

©suraj kothari #अक्षर 
#कविता 
#याद
#मनकहे_अनकही 
#दर्द 
#लेखनी

अक्षर कविता याद मनकहे_अनकही दर्द लेखनी

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