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sarveshdixitneel4953
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sarvesh dixit neel

क्यों मौन मेरी माँ तुम रहकर , चुपचाप देखती रहती हो । जब तक न मेरे अश्रु बहें; तब तक न पास विचरती हो ।।

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sarvesh dixit neel

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sarvesh dixit neel

मैं कहने ही वाला था, पर वो वो मुझे समझ चुकी मेरे लबों की प्यास ,
वो कोई और नहीं थी ।
वो थी सिर्फ मेरी आस ।। #Adhuri_baat
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sarvesh dixit neel

वोह ऊब चूका था जीवन से उसे श्री राम #Ravana
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sarvesh dixit neel

क्यों रूठी हो कलम हमारी ,
मेरे मन की  रानी      ।
कहो अगर तो मैँ भी भर लू ;
अपनी आँख. में पानी   ।।
               विरानी सी लगती दुनियां ,
                तुम बिन मौन अकेला हूँ  ।
                तड़प रहा हूँ बिना तुम्हारे ;
                क्योंकि मेँ  अलबेला  हूँ   ।।
बिला बुलाये साथी बनकर ,
तुमने साथ निभाया   है   ।
भूल चूक की माफ़ी दे माँ ;
प्रेम से तुम्हे बुलाया  है    ।।
                    कोमलता की मधुर कली बन ,
                     निर्मल मन बनजाओ माँ      ।
                    न रू..   न दूर ही  जाओ.    ;
                    पूत को इस अपनाओ. माँ    ।।
   सादर् समर्पित 
                 स्व रचित. " नील् " #Life
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sarvesh dixit neel

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   प्यासी प्यासी ही रह जाती है ,
    अक्सर   कलम  हमारी  माँ ।
    अंदर के हर राज को लिखकर ;
    रखती  नही  खुमारी   माँ    ।।
         
                       जय माँ

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sarvesh dixit neel

ज़िन्दगी का सफर मित्रो  कुछ   लिखने के पहले इस समय मन ब्यथित हो जाता है सहरसों  प्रश्न  जन्म लेकर  मुझे अपने आगोस में लेकर एकांत में .......
"किससे  कहूँ  बेदना  अपनी ,
 कोई      नही   सहपाठी      ।
  जिससे  प्रेम  धरम अपनाया ,
   मारी   उसने      लाठी       ।।
                       बारम्बार  प्रश्न  उठता  है  ,
                        कौन  किसे   बतलाये    ।
                        गुड़    का  भरा दिख रहा हसिया ,
                         कौन   इसे   पी   पाये      ।।
जाने  क्या  हो  गया  है  मैया ,
आगे   कलम  न  चलती    ।
उल्टी  सीधी  चली अगर  तो ,
मन   की   प्यास  न  बुझती   ।। #Life
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sarvesh dixit neel

खूबसूरत दिल मैं माँ हूँ  हर दर्द समझती ,
इसी लिए तो आई हूँ  ।
नयनो के तारे तुम ही हो ;
नही तो यहाँ पराई हूँ ।। #beautifulheart
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sarvesh dixit neel

धैर्य हमारा कभी न डोले ,
ऐसा कर्म कराना माँ  ।
 हर पल मुझपर नजर भी रखना ,
भूल भटक मत जाना माँ ।।
                   संकट में जीवन की नैया ,
                    कोई  नही  सहारा    माँ  ।
                    मित्र कलम हमराही मेरा ;
                     दूजा  नही  हमारा     माँ  ।। #happyNavratri
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