Nojoto: Largest Storytelling Platform
ektasaroj9968
  • 46Stories
  • 28Followers
  • 690Love
    1.3KViews

~एकता ~

जिंदगी गुलज़ार है😍🥰 सरल शब्दों से गहरे जज्बात लिखती हूं मैं एक लेखिका हूं

https://instagram.com/ekusaro?igshid=7udyvlbctz49

  • Popular
  • Latest
  • Video
fd5aed9e3fae2ad842f816a04168436f

~एकता ~

Village Life एक शहर हमेशा अपना लगता है, 
जहां  कोई अपना रहता है

©~एकता ~
  #villagelife

126 Views

fd5aed9e3fae2ad842f816a04168436f

~एकता ~

तुम सफ़र मे ही मिले और
सफर में ही छूट गए

©~एकता ~
  #Tulips

135 Views

fd5aed9e3fae2ad842f816a04168436f

~एकता ~

एक वक्त के बाद सब बदल जाते हैं
रास्ते भी , इंसान भी ,कभी कभी हम खुद भी

©~एकता ~
  #traintrack

99 Views

fd5aed9e3fae2ad842f816a04168436f

~एकता ~

कैसे-कैसे लोग जी रहे हैं इस जमाने में 
बात बिगड़ गई थी हमको बनाने में 
तेरे इश्क की आंच इतनी कमजोर नहीं है आतिश
 कितने दरिया सूख गए इक चिंगारी को बुझाने में

©~एकता ~
  #traintrack

90 Views

fd5aed9e3fae2ad842f816a04168436f

~एकता ~

किसी ने मुझसे पूछा , की आखिर वही क्यों?
तो मैने कहा - 
उसे बाते करना पसंद है, और मुझे सुनना
 उसे हमारा वर्तमान सुहाता है, मुझको उसके संग भविष्य नजर आता है 
वो अपनी बाते करता है, मैं हमारी बातें करती हूं
मुझे उसको प्यार करना आता है, उसे मेरे प्यार में रहना आता है

©~एकता ~
  #Reindeer
fd5aed9e3fae2ad842f816a04168436f

~एकता ~

कैसे-कैसे लोग जी रहे हैं इस जमाने में 
बात बिगड़ गई थी हमको बनाने में 
तेरे इश्क की आंच इतनी कमजोर नहीं है आतिश
 कितने दरिया सूख गए इक चिंगारी को बुझाने में

©~एकता ~
  #thepredator

171 Views

fd5aed9e3fae2ad842f816a04168436f

~एकता ~

कैसे-कैसे लोग जी रहे हैं इस जमाने में 
बात बिगड़ गई थी हमको बनाने में 
तेरे इश्क की आंच इतनी कमजोर नहीं है आतिश
 कितने दरिया सूख गए इक चिंगारी को बुझाने में

©~एकता ~
  #SunSet

108 Views

fd5aed9e3fae2ad842f816a04168436f

~एकता ~

उसका हाथ
अपने हाथ में लेते हुए मैंने सोचा
दुनिया को
हाथ की तरह गर्म और सुंदर होना चाहिए.
केदारनाथ सिंह

©~एकता ~
  #mountainsnearme
fd5aed9e3fae2ad842f816a04168436f

~एकता ~

स्पर्श 
मैने उस दिन जाना की किसी का स्पर्श करना कितना सुंदर होता है , धीरे धीरे हाथो की उंगलियां,उसकी एक एक उंगलियों को छूती गई,मानो धीरे धीरे सारे दुःख वो मेरे समझता गया , उसका स्पर्श मुझे सुहाता गया।  मुझे तब ये मेहसूस हुआ किसी का स्पर्श करना कितना ज़रूरी होता है,  वो हमारे हाथों को या उंगलियों को नही स्पर्श करता वो हमारी रूह को छू लेता है

©~एकता ~
  स्पर्श

स्पर्श #Poetry

162 Views

fd5aed9e3fae2ad842f816a04168436f

~एकता ~

स्त्रियां

 कुछ भी जाया नहीं जाने देती

 वो सहेजती है

  संभालती है 

  ढकती है

   बांधती है

   उम्मीद के आखिरी छोर तक

©~एकता ~
  स्त्रियां

 कुछ भी जाया नहीं जाने देती

 वो सहेजती है

  संभालती है 

स्त्रियां  कुछ भी जाया नहीं जाने देती  वो सहेजती है   संभालती है  #Quotes

126 Views

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile