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Sapna Meena

#car चुनाव 2024 पर कविता #election

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मोहम्मद मुमताज़ हसन

बिहार में जब चुनाव आ गया
नेताजी में  बदलाव  आ गया

दर्शन  दुर्लभ हो गए थे जिसके 
लेकर नया वो स्वभाव आ गया

संग रहे  नेताजी जिनके बरसों
उनके प्रति दुराभाव आ गया

घर घर पहुंचा सियासी वायरस
भाई-भाई में अलगाव आ गया

विकास पे भारी जातिवाद का मुद्दा
संकट में आपस का सद्भाव आ गया

गिरते अब जनता के चरणों में
सम्बन्धों में ऐसा बहाव आगया

धर्म की सियासत परवान चढ़ी,
निशाने पे सर्वधर्म समभाव आ गया

पांच साल जनता आंसू बहाए
सतह पर वही फिर  घाव आ गया
-मोहम्मद मुमताज़ हसन #Politics #चुनाव #कविता

Poems With Kumar Alok

Video चुनाव पे कविता व्यंग #nojotovideo

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kavi Dinesh kumar

कविता आया फिर चुनाव की बारी

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kumar rana Ranchi

महारष्ट्र विधानसभा चुनाव की दिलचस्पी कविता

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Dr Prasad vishnu

मेरी कविता का शीर्षक- नेता और चुनाव

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VIKY KIWI

कविता पर कविता

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Vikram Khand

दो टप्पा सरपंची आले चुनाव पर #nojotovideo

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Ek villain

# विकास के मुद्दों पर हो चुनाव #fog #Society

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जाति मजहब की राजनीति दोस्त गोचर शीर्षक से लिखी आलेख में संजय गुप्ता ने चुनावों में जीत और धर्म के सहारे जीतने की परी पट्टी खत्म करने की बात कही गई है विडंबना देखिए कि आजादी के 70 साल से अधिक बीत चुके हैं परंतु आज भी हमारी जातिवाद से ऊपर नहीं उठ सके हमारे यहां विकास की बातें तो बहुत कम होती है किंतु प्रदेश में विकास भी काफी हुआ है परंतु चुनाव के समय विकास का मुद्दा किनारे होकर अतिथि चुनाव जातिगत और धार्मिक समीकरणों पर ही जा जाकर टिक जाते हैं मतदाताओं को सोचना होगा कि आखिर कब तक पुराने रूढ़िवादी सोच और जातियों में उलझन रहेगी हम एक तरफ तो खूब कहते हैं कि जात पात खत्म हो परंतु 5 साल बाद जब चुनाव आते हैं और उस भेद को खत्म करने का शुभ अवसर प्राप्त होता है तो फिर हम जातिगत मोह में पड़कर उसी की ओर चल पड़ते हैं कई बार ऐसा लगता है कि इस देश में सिर्फ विकसित की बदौलत चुनाव नहीं जीता जा सकता हमें राजनीति का यह जो चलन है उसे समाप्त करना होगा इसे खत्म करने का हथियार मतदाताओं के पास ही है हम इन पांच राज्यों में होने वाले चुनाव में इस बार जाति धर्म से ऊपर उठकर ऐसे प्रत्याशी को जिताने जो सिर्फ देश प्रदेश और हमारे शहर के लिए विकास करने के लिए तत्पर हो जब भी यह जातिगत और धार्मिक मुद्दे चुनाव में सिर्फ उठते हैं तो अन्य जरूरी मुद्दे ही पूछने लगते हैं इस पर ध्यान देना जरूरी है ताकि चुनाव विमर्श को सही दिशा में दी जा सके

©Ek villain # विकास के मुद्दों पर हो चुनाव

#fog

Sangeeta Gupta

कविता भरोसे पर

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