Find the Latest Status about घूंघट में घोटाला भोजपुरी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, घूंघट में घोटाला भोजपुरी.
söñâlï srívåstãvâ
घूंघट में चाँद चमक उठी निगाहें नूरानी चेहरे को देख सितम ग़र घूंघट मे अफताब छुपाये बैठे थे... घूंघट में
Anuj Ray
घूंघट में चाँद कब तक छुपे रहोगे घुंघट में मेरे चांद तड़पा के दिल को मेरे तुम्हें घुटन नहीं होती घूंघट में चांद
writer##Zeba Noor
घूंघट में चाँद वो देखो घूंघट में चांद बैठा है मेरे यार का दीदार कर रहा है छुप छुप कर देखता है उसे मेरे ही यार को अपना बनाए बैठा है । घूंघट में चांद
prashant singh
घूंघट में चाँद ग़जब की शाम आयी है, घूंघट में चाँद निकला है| मिलूंगा आज उनसे मैं, अभी फरमान निकला है| लगाऊं कस के गले उनको, ये दिल में अरमान निकला है | ग़जब की शाम आयी है, घूंघट में चाँद निकला है || stylo... # घूंघट में चाँद.
VINIT TIWARY
बिक रही सरकारी नौकरी, बिहार सरकार मे। परीक्षा से पहले आ जाता प्रश्न-उत्तर बाजार में।। सभी जगह घोटाला, पैसे से बहाली। रोना आता है देखकर, शिक्षा की बदहाली।। घोटाला
Sunil Kumar Maurya Bekhud
आसमा में उड़ चला ऊँची मेरी उड़ान इस जहाँ से चला बाँध कर सामान चन्द पल के बाद ही जाऊंगा मै उस जहाँ फिर न वापस आऊंगा लौट कर फिर इस जहाँ फिर मुझे छू पाना होगा नहीं आसान जानेंगे जब तक मेरा लोग असली रूप जाऊंगा ऐसी जगह होंगे नहीं यमदूत जानकर घोटालों में शामिल है मेरा नाम लूट अपने देश को चल दिया परदेश मुझको नहीं अफ़सोस है मन में न कोई क्लेश चल दिया हूँ आज अपना बेच कर ईमान ©Sunil Kumar Maurya Bekhud #घोटाला
R K Mishra " सूर्य "
चेतावनी ये है नोजोटोका घोटाला जो अपनी मर्ज़ी से पैसा बूस्ट के नाम पर वॉलेट से पैसा काट लिया है ©R K Mishra " सूर्य " #घोटाला
Kumar Manoj Naveen
भोजपुरी में परिचय हम हंई खांटी भोजपुरिया, गाँव ह मुरारपट्टी जिला बलिया। जवार में कौने गाँवे नईखे, मुरारपट्टी ले बढ़िया।। बोलेनी खारा -खारी, मन में नईखे करिया । थाना हटे दोकटी, लालगंज बाजार के पीछवे बा ढलिया।। हाईस्कूल बा मुरारपट्टी गईयां , जहाँ हम दस ले पढले रहनीहा। ओकरे पीछे बा लालगंज बजरिया, जहाँ उमा के दोकान के फेमस ह मदन- घचाकिया।। बारह ले पढनी दूबेछपरा, फेरू अइनी इंदौर में करे कालिजीया। पढ़ाई-लिखाई भइल,मिलल पुलिस के नोकरिया। लागल बानी तहिए से दिन दुपहरिया।। नाव हमार मनोज पाठक, माई कहेले हमरा के करिया। भारद्वाज गोत्र के हंई , इहे परिचय हटे हमार भइया।। भोजपुरी के तोड़े नइखे,कहीं रह बोल खाली भोजपुरिया। ****नवीन कुमार पाठक *** #भोजपुरी में परिचय #
Jay Krishan Kumar
घूंघट में चाँद आज घूंघट में चाँद है और , बंदगी में है आशिकी । नूर है जो घूंघट की ओट से छटक रही , बढ़ा रही है इश्क की तृष्णगि । है जुस्तजू कि सरक जाए ये पर , पर लुभा रही है घूंघट से छिटकती चांदनी । आज घूंघट में चाँद है और , बंदगी में है आशिकी । जी करता है यूँ ही थमा सा रहे वक्त , और बस प्रकृति गाती रहे प्रेम - रागिनी । अमावस के चक्र से पड़े बस , यूँ ही छिटकटती रहे पूर्णमासी कि चांदनी । है जुस्तजू कि लिपट जाऊं इससे पर , पर आंखें चाहती है निहारता रहूँ यूँ ही । आज घूंघट में है चाँद और , बंदगी में है आशिकी ॥ आज घूंघट में है चाँद ...