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Haleema Ali
तमन्ना यह नहीं की चाँद बन चमक जाऊँ,,, बस इस क़ाबिल बना दे कि हर गरीब झोपडी़ में दीया बन जल जाऊँ,,, तमन्ना यह नहीं की आलीशान बंगले में रहूँ,,, बस इस काबिल बना दे कि चार दीवारी में ही #अम्मी का हर सपना पूरा कर पाऊँ,,, तमन्ना यह नहीं कि बेशुमार दौलत हो,, बस इस काबिल बना दे कि मेरे आगे फैला हर हाथ भरा हो,,, तमन्ना यह नहीं कि महँगे बिस्तर पर सोऊँ बस इस काबिल बना दे कि जाड़े से ठिठुरते हर मासूम के लिए कुछ कर पाऊँ,, तमन्ना यह नहीं कि किसी के जैसी बन जाऊँ बस इस काबिल बना दे कि हर शख्स चाहे कि #हलीमा जैसा बन जाऊं,, #gif #छोटे - #छोटे #सपने,,,
Arth Kumar Chauhan
“छोटे छोटे खर्चों से सतर्क रहें क्योंकि एक छोटा सा छेद बड़े जहाज को भी डूबा सकता है।” #NojotoQuote # छोटे छोटे खर्चो ...*
Sher Singh
#RIPDilipKumar जिंदगी का हर सपना पूरा होता और जो लोग बताते हैं कहानी मेरी ।उनकी रुहू में भी मेरा जिक्र होता। ©Ajeet bags store alawara जिंदगी के कुछ छोटे छोटे किस्से वे कहानी #RIPdilipkumar
prachianshu dixit
आरज़ू नहीं गगन छूने कि.... मुझे जमीन पर ही अच्छा लगता हैं. ज्यादा बड़ा बड़ा कहने से, कुछ बड़ा करना बेहतर लगता है.. देखा है परिंदो को ऊंचे आकाश में उड़ते.. मगर धरा बिन तो बसेरा उनका भी तो सूना है.. नहीं है ऊंचे ख्वाब मेरे.. मुझे अपनी औकात में रहना अच्छा लगता है... #sapne बस छोटे छोटे...
shukla07am
मेंरी पहली और आखिरी ख्वाईश जब तुम मेरे पास बैठो तो समय रुक जाए🤗 ©shukla07am छोटे छोटे ख़्वाब 😊
Meenakshi Sharma
अक्सर छोटें शहरों के लोग अपना हुनर दिखाने आतें हैं, अपनी मेहनत और लगन से ऊंचा नाम कमाते हैं, इनकी शोहरत से जलने वाले इनसे दोस्ती कर दुशमन का फर्ज निभाते हैं, ना जाने फिर क्यूं यह बेचारे दुश्मनों को दोस्त समझकर इनके चंगुल में फंस जाते हैं, अपनें ही दोस्तों को जब यह दुशमन के रुप में सामने पातें हैं, और जिंदगी की इस जंग में वो खुद को हारा हुआ सा महसूस कर जातें हैं, और फिर यह फिर अपनी हिम्मत और हौसलों की जंग में खुद को टूटा सा पातें है, और अपनें हाथों से फिर यह अपनें सपनों को तोड़ जाते हैं, टुटें सपनों से हताश फिर यह मुसकारतें हुए अपनें आंसुओं को पी जातें हैं, और फिर एक दिन बंद कमरें की चारदीवारी में अपनी मुस्कुराहट साथ लिए इस दुनिया को अलविदा कह जाते हैं, और अपनों को अनचाहा दर्द दे जाते हैं, काश उस वक़्त तुमनें खुद को थोड़ा और सभांला होता, अपनें हौंसले और हिम्मत और बढ़ाया होता तो तुम लड़ कर जीत जाते जिंदगी की यह अधूरी लड़ाई, और पूरे कर जातें उन अधूरे सपनों को जो तुम्हारी मासूम आंखों ने थे सजाया। Meenakshi Sharma छोटे शहर के लोग