Find the Latest Status about कालेश्वर महाकालेश्वर from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कालेश्वर महाकालेश्वर.
abhisri095
हमे हमारी तबियत याद आयी जो बीमार पड़े,वो वजह याद आयी वह पूछती है क्यों मिलते नही हो अब हमसे हमे आम्रापालीऔर कालेश्वर की पीड़ा याद आयी #NojotoQuote एक इशारा ऐसा भी।। आम्रपाली=सिनेमाघर, कालेश्वर=रेस्टॉरेन्ट।।
Raj
vipin pal
।। महादेव।। तीनों लोक थर थर कांप रहे हैं, देवता गंधर्व ग्रास हो रहे हैं महाकाल महावैरागी अपने तपोबल में लीन हो रहे हैं कौन करेगा इस पृथ्वी का उद्धार, दानव राक्षस नाच रहे हैं त्राहिमाम त्राहिमाम हर जगह हर तरफ उत्पात कर रहे हैं फिर कौन जगाए महादेव शिव शम्भू को ध्वनि कौन सुनाए डमरू मृदंग करताल महाबली को दिग दिगांत के मण्डल को, भूस्वामी के भूमण्डल को सूर्य के आभामंडल को, कौन बचाए कौन बचाए। हे जगदीश्वर हे जगत के पालनहार! रक्षा करो रक्षा करो इन्द्र, सूर्य, वरुण, अग्नि देव आदि शीश झुकाए डटे हैं ब्रह्मदेव ने दिया सुझाव, कामदेव को तुरन्त बुलाओ सृष्टि सृजन में वसंत उत्सव मनाओ, इस दृश्य को मनोरम बनाओ, शिवजी के हृदय में प्रेम जगाओ मन में रति तन में रति कामदेव का आवेश बहाओ। पार्वती जननी जगदम्बा तुम्हारे कार्य में नित है संगा उनके द्वारा काम संवरेंगे अपने लक्ष्य में उद्योग करेंगे चले समस्त देवगण, कामदेव रति तत्काल तत् क्षण घोर अघोर साधना में लीन तपेश्वर त्रिपुरारि कौन सामना करेगा सकुशल संकुच मुरारि। vipin'श्रीdaas' #देवों_के_देव_महादेव #महाकालेश्वर #Mythology
आह्लादित Ahladith
महाकालेश्वर , उज्जैन। श्रृंगार
Jitendra Kumar Som
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की स्थापना से संबन्धित के प्राचीन कथा प्रसिद्ध है. कथा के अनुसार एक बार अवंतिका नाम के राज्य में राजा वृ्षभसेन नाम के राजा राज्य करते थे. राजा वृ्षभसेन भगवान शिव के अन्यय भक्त थे. अपनी दैनिक दिनचर्या का अधिकतर भाग वे भगवान शिव की भक्ति में लगाते थे. एक बार पडौसी राजा ने उनके राज्य पर हमला कर दिया. राजा वृ्षभसेन अपने साहस और पुरुषार्थ से इस युद्ध को जीतने में सफल रहा. इस पर पडौसी राजा ने युद्ध में विजय प्राप्त करने के लिए अन्य किसी मार्ग का उपयोग करना उचित समझा. इसके लिए उसने एक असुर की सहायता ली. उस असुर को अदृश्य होने का वरदान प्राप्त था. राक्षस ने अपनी अनोखी विद्या का प्रयोग करते हुए अवंतिका राज्य पर अनेक हमले की. इन हमलों से बचने के लिए राजा वृ्षभसेन ने भगवान शिव की शरण लेनी उपयुक्त समझी. अपने भक्त की पुकार सुनकर भगवान शिव वहां प्रकट हुए और उन्होनें स्वयं ही प्रजा की रक्षा की. इस पर राजा वृ्षभसेन ने भगवान शिव से अंवतिका राज्य में ही रहने का आग्रह किया, जिससे भविष्य में अन्य किसी आक्रमण से बचा जा सके. राजा की प्रार्थना सुनकर भगवान वहां ज्योतिर्लिंग के रुप में प्रकट हुए. और उसी समय से उज्जैन में महाकालेश्वर की पूजा की जाती है. ©Jitendra Kumar Som #Holi महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग
Raj