Find the Latest Status about ग़ज़ल इन गुजराती from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos.
Unique Gaurav
यह जान लो संगत का असर आएगा ही आएगा, इसलिए जो माहौल में आप रह रहे हैं, जो आपके दोस्त हैं सोच समझकर चुनो। ©Unique Gaurav #friends मोटिवेशनल कोट्स इन इंग्लिश मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी
#friends मोटिवेशनल कोट्स इन इंग्लिश मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी
read moreKuchh Panne Zindagi Ke
White वहम और अहम में फर्क बस इतना होता है कि वहम इंसान को तब होता है जब कोई उसके लिए ख़ास होता है और अहम तब होता है जब इंसान दूसरों के लिए ख़ास होता है। ©Kuchh Panne Zindagi Ke #GoodMorning मोटिवेशनल कविता इन हिंदी मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी
#GoodMorning मोटिवेशनल कविता इन हिंदी मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी
read moreNarinder Jog
White ये चली हैं जो अंधियां, फ्रैबों की तेरे अंदर। आंधियों का रुख बदलने का हुनर है मेरे अंदर। ये मत सोच लेना के मैं चुप करके बैठ गया, अभी है चिंगारी सच्चाई की मेरे अंदर। नरेंद्र जोग ©Narinder Jog #sad_quotes #Shayari #Love #ग़ज़ल #शायरी
#sad_quotes #Shayari Love #ग़ज़ल #शायरी
read moreMishra Agency
बेटी बहु बहुत पढी लिखी हो , न हो लेकिन संस्कारी होनी चाहिए वरना परिवार के नाम नहीं बच्चों की सही दिशा-निर्देशन नहीं सास ससुर की सेवा नहीं ननद _जेठ _देवर की बात ही छोड़िए Reel अवश्य बन जाते हैं, ©Mishra Agency कोट्स इन हिंदी
कोट्स इन हिंदी
read moreChanchal Chaturvedi
green-leaves सुनो मुझे तुम से पूछना है की.... तुमने बीज़ रूपी अधूरे नज़्मों की जो फ़सल अपने मन के काग़ज़ पर बोई हैं.... क्या मुझे मेरी परवाह के पानी, भरोसे की खाद और चाहतों की रौशनी से सींच कर हरी—भरी पूरी ग़ज़ल बनाने का हक़ दोगे क्या? ©Chanchal Chaturvedi #ग़ज़ल #Chanchal_mann #Dream #Shayari #Love #GreenLeaves
#ग़ज़ल #Chanchal_mann #Dream Shayari #Love #GreenLeaves
read moreprashant farrukhabadi
White इश्क़ मुक़म्मल हो मैं ये वादा नहीं करता हद से ज्यादा मैं खुद से इरादा नहीं करता । तू तो मुझको अपनी जान समझती है किस मुंह से कह दूं कि नाता नहीं रखता। बड़ी फरेबी है दुनिया सारी खुद को समझा ले इश्क़ में रहकर कोइ शादी का वादा नहीं करता। ©prashant farrukhabadi #sad_shayari #SAD ##ग़ज़ल
sad_shayari SAD #ग़ज़ल
read moreLalit Saxena
हमने ख़ुद को ज़िंदा जलते देखा है रोशन दिन आँखों में ढलते देखा है सांस-सांस पीर कसमसाती रहती मुर्दा सपने पांवपांव चलते देखा है उगते सूरज के जलवे देखे हर दिन उदास शाम को भी उतरते देखा है ख़्वाहिशें, सारे ही रंग उतार देती है उम्रदराज़ को भी, मचलते देखा है दरवाजे पर नहीं कोई दस्तक हुई हर सुब्ह उन्हें वैसे गुज़रते देखा है दिन बुरे हों, तो ये दरिया भी सूखे बुलंदियों को भी, बिखरते देखा है ©Lalit Saxena ग़ज़ल
ग़ज़ल
read moreSinger Er Jk nigam
मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर सक्सेस मोटिवेशनल कविता इन हिंदी मोटिवेशनल कोट्स इन इंग्लिश
read more