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🎸 Avinash
**प्रणव दा श्रद्धांजलि*** ******************** श्रद्धा के सुमन भेंट चढाएँ प्रणव दा का शोक मनाएँ भारतवर्ष के पूर्व राष्ट्रपति नतमस्तक हो शीश झुकाएँ भारतीय राजनीतिक गौरव खिलते चमन की थे सौरभ कार्यशैली का ढंग निराला हरफनमौला के गुण गाएँ अहम सौपानों पर आसीन जुड़े रहे संग पुश्तैनी जमीन सर्वदलीय सम्मान था पाया करबद्ध विनती वंदन गाएँ सच्ची श्रद्धांजलि है समर्पित फूलों की सुंदर माला अर्पित तेजस आभा कर सुसज्जित राष्ट्रीय ध्वज मान में झुकाएँ भारत माँ का सपूत लाडला माटी का माटी में घुल मिला मनसीरत नम नैनों से विदाई शोकगीत शोकाकुल हैं गाएँ ********************** सुखविंद्र सिंह मनसीरत खेड़ी राओ वाली (कैथल) parnav मुखर्जी
parnav मुखर्जी
read moreAshish Raj
अब क्या करूँ मैं किसी तरह के शिक़वे और गिले जब सज़ा मुझे मेरी प्यारी मुहब्बत की मिले स्वास्तिका राजपूत की शायरी से प्रभावित एक शेर #secondquote
स्वास्तिका राजपूत की शायरी से प्रभावित एक शेर #secondquote
read moreAshish Raj
अब क्या करूँ मैं किसी तरह के शिक़वे और गिले जब सज़ा मुझे मेरी प्यारी मुहब्बत की मिले स्वास्तिका राजपूत की शायरी से प्रभावित एक शेर #secondquote
स्वास्तिका राजपूत की शायरी से प्रभावित एक शेर #secondquote
read moreShradha Rajput
अनमोल विचार भूख से ज्यादा अपमानजनक कोई और अपमान नहीं है मैं उस ऊंचाई पर सहज महसूस करता हूं जहां भाग्य आपको रखती है कोई भी समस्या कभी भी हिंसा से हल नहीं होती है हर तरफ चोट और दर्द पहुंचाती है, प्रणब मुखर्जी जी के अनमोल विचार# #PranabMukherjee
प्रणब मुखर्जी जी के अनमोल विचार# #PranabMukherjee
read moreSUFIYAN"SIDDIQUI"
#Rip Pranab mukherjee# याद तो मैं भी आऊगा...... आप इस पंक्ति के सहारे आद० प्रणव मुखर्जी को श्रधाजलीं दें....
मनुस्मृति त्रिपाठी
बेख़ौफ़ फिरूं मैं, हाँ बेखौफ़ फिरती हूँ दिल्ली मुखर्जी नगर की गलियों में मैं क्योकि पता है दिल जो मचलता था वो तेरे गिरफ्त में है बरसों से बिन लाली बिन पाउडर बिना सीसा देखे निकल जाती हूँ बालों में लट लपेट कर क्योंकि तेरे सिवा किसी और के लिए मै श्रृंगार नहीं करती साहब याद रहे और तुम्हे श्रृंगार पसंद नहीं,भाग्यशाली हूँ तेरे प्रेम के नशे में सच बताऊँ बहुत पैसे बचते हैं हमारे तुझसे सच्ची मोहब्बत करके पागल सी बेखौफ़ फिरती हूँ मैं दिल्ली मुखर्जी नगर की गलियों में हाँ तब दिल धड़क जाता है किसी को टकला देख कर,नर्गिस बेनूरी खज़ा ©Tanu tiwari दिल्ली मुखर्जी नगर की गलियों में मैं बडी बेखौफ़ सी फिरती हूं साहिब
दिल्ली मुखर्जी नगर की गलियों में मैं बडी बेखौफ़ सी फिरती हूं साहिब #कॉमेडी
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