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دردِ عشق
मस्जिद के सामने उसका घरहै, उसके घर के सामने मस्जिद ! अब इस आशिक का किब्ला किस रूख होगा ? उसका सज्दा पहले कहां कबूल होगा ? या इन दोनों खुदा हो के बीच में , वो इश्कीयां होगा... या काफ़िर हो? #काफ़िर का #सज्दा #हिंदी #कविता
sugam tiwari
बरसात का मौसम आया है सबके मन को भाया है किसान खेत की ओर चल दिए फावड़ा कंधे पर धर लिए मेढक की आवाजें टर्र टर्र आने लगी केचुए की टोली मिट्टी में दिखने लगी ©sugam tiwari #हिंदी #कविता #मौसम #बरसात #का #hangout
Dr.asha Singh sikarwar
"प्रेम आत्मा के छोर से बंधता है उसकी कोई देह नहीं होती " आशासिंह सिकरवार 12.2.19 #gif प्रेम कविता, प्रेम का अर्थ #कविता, #प्रेम #का #अर्थ #प्रेम love #love #lovely #poetry #lovelypoetry #new #poetry #new #post
Shashwat Rai
दिन भर सहकर धूप हवा, मैं हर दिन मुस्काती हूं। कुछ आंखों को आराम दिलाकर, मैं खुद थक जाती हूं।। बड़ी गजब है सचमुच दुनिया, इसका खेल निराला। हो जाऊं बीमार अगर, कोई न पूछने वाला।। बेशक मन को न भावे, पर बात है सचमुच पुख़्ता। कभी किसी ने देखा है ? मुरझाए फूलों का गुलदस्ता ! मुरझाए फूलों का गुलदस्ता🥀 #हिंदी #कविता
Aashutosh Aman.
# हिंदी साहित्य# हिंदी कविता आज का ज्ञान आज का मंच। जय🙏🙏 ______&&&&&&&&&&& क्या योग्यता क्या इक्षाशक्ति और महत्व आकांछा क्या है। किसी सफल मंच के आगे निर्धन निरीह साँचा क्या है।। कैसी शिक्षा कैसा शिक्षित कैसा ज्ञानी विद्वान है वो। जो छोटे छोटा कर दे वो ज्ञान नहीँ अभिमान है वो।। हर सफल चापलूसी चाहे धन वैभव का समान करे। निर्धन निरीह योग्यता के संग बस छल कपट औरअभिमान करे। जो झुक जाए शालीन रहे हर शक्ति उसको छलती है।। धन के आगे अयोग्यता भी गंगाजल बन कर बहती है।। ज्ञान शील एकता भी केवल कहने भर दिखती है। समृद्धिऔर सफलता के संमुख न कहीं कभी भी टिकती है।। हम जिसको इक्षा शक्ति कहते कब कौन पूछता है उसको। श्रीमान सफलता के आगे इक्षा शक्ति भी बिकती है।। मुझको आती है हसी बहुत उनको उपदेशक देखूं तो। धनवान है जो पर योग्य नहीं और चोरी करते रहते है। अज्ञानी विद्वान बने और ज्ञान मांगता भीख मिले। करते उपहास योग्यता से महुँ जोरी करते रहते हैं।। सच कहा किसी ने बुरा लगा उसको असभ्य कह देते हैं। सभ्यता धरी रह जाती है जब संग असभ्य को लेते हैं।। अपना सम्मान तो चाहेंगे पर औरों का सम्मान नहीं। सब सम्मान चाहते हैं इस इनको संज्ञान नही।। संकुचित हृदय हो जाता है जिसको भी सफलता मिल जाए। मैं तो असफल ही अच्छा हूँ ना करूँ सहूँ अपमान कहीं।। आशुतोष अमन🙏🙏🙏🙏🙏 ©Aashutosh Aman. # हिंदी साहित्य# हिंदी कविता आज का ज्ञान आज का मंच। जय🙏🙏 ______&&&&&&&&&&&
Sourav Chakraborty
#OpenPoetry गरीबों की रात में मीठे सपने आते हैं! और अमीरों की रात में झूठे अपने आते हैं! --सौरभ चक्रवर्ती हिंदी कविता