Find the Latest Status about मूक असल्यामुळे from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, मूक असल्यामुळे.
Deep Kushin
Sad love quotes in Hindi मूक बोलो, जिसे मैं सह रहा हूं वो तुम्हें भी सता रहा है क्या, जो महसूस मैं कर रहा हूं वो तुम्हें भी हो पा रहा है क्या? जिसे मैं बोल नहीं पा रहा उसको समझ रहे हो क्या, जैसे मैं असहज हूं वो असहजता तुम्हें भी हो रही है क्या? या बस मैं ही इसे महसूस कर रहा हूं? अपने जख्मों को खुद ही धूल रहा हूं? क्या सच में मैं इतना बुरा बन गया? जो आज तक नहीं हुआ वो एक पल में हो गया! क्या सच में मैं इस लायक हूं? दुःख और क्लेश का परिचायक हूं! क्या वास्तव में दंड का भागी हूं मैं? क्या अंधेरे का अनुरागी हूं मैं? क्या सच में मैं एकाकी हूं! अकेलेपन का साखी हूं? बोलो, तुम साथ तो मेरे हो न? आहत में हूं मैं,अपना साथ तो दो न, कह दो कि एकाकी नहीं हूं मैं चुप हो!क्या मानूं?क्या वास्तव में सही हूं मैं! उचित नहीं मित्याचरण करना शायद खुद का ही मैं दोषी हूं, सजा मुकम्मल हुई मुझको हद्द से ज्यादा जो रोषी हूं। स्वीकार हैं ये दिन भी मुझे इसको भी काटा जाएगा, हितैषी किसी का कहां हूं मैं जो मेरे गम को बांटा जाएगा। अधिकारी हूं इसका ही मैं पूर्वानुमान जो लगाया था, गर चुप होता तो बेहतर था पहले तुम सबका जो शाया था। सब कुछ गवां के बैठा हूं ये मन अब बहुत अशांत है, पीड़ा अत्यंत भयंकर है चेतना तक मेरी अब क्लांत है। #मूक
Chintoo Choubey
पता है? मजदूर क्या है? वो जो मूक है, वो जो नादान है, छल-छल के भी अनजान है, मज़ाक का सामान है, कारण से अभिशप्त है, मजदूर क्या है? वो जो मूक है, दर्द का हमजोली वो, विरक्त का भोगी वो, बेड़ियों से जब्त है, मुफ्त का रोगी वो, मजदूर क्या है? वो जो मूक है, हंसी,जागीर किसी और की, पैसा, खेल किसी और का, इसलिए मजदूर क्या है? वो जो मूक है| मूक मजदूर
डॉ लोकेश शर्मा
न्याय मूक है,दस्तावेज की बुनियाद पर बदला सुकून देता है संतुष्टि के धरातल पर #न्याय मूक है....
Priyanka Gahalaut
सुनो!!महसूस करोगे ना,, हज़ार प्रेमिल एहसास लिए होता है मूक गुलाब!! ©Priyanka Gahalaut #Rose #गुलाब #मूक
Chintoo Choubey
'मजदूर मूक' द्वितीय अध्याय लाचार आंखें, बहुमंजिला इमारतों को देखती हैं, क्या सोचती है आखिर बोलो? क्या मैं सो पाउंगा? वहाँ? जो आसमान को जाती है, मेरा शोर क्या पहुँच पाएगा? हाँ! वही शोर जो बैठा है सीने में मेरे, खाना मिलता कमोबेश से, देखे कैसे अतरंगी सपने, हां समझ में बात न अब आई, वो अंबर तो तू है खाई, अंबर वाले अंबर ही ताके, धरती लगे विराना सा, मूक- बधीर सब एक है पगले, यहाँ आकर बिसराना ना| मूक मजदूर 2
Rajesh rajak
हमको अंधेरों से डर लगता है,उजाले चाहिए, वादों से पेट नहीं भरता साहिब, पेट की आग बुझाने,कुछ तो निबाले चाहिए, हम मूक वधिर हैं तो क्या हुआ, हमें जो समझे इंशा,ऎसे दिलवाले चाहिए, ©Rajesh rajak विश्व मूक वधिर दिवस,
NC
मूक रहकर देखो जरा दुनिया का तमाशा पूछो ज़रा दरखतों से उनकी हताशा चलती है मूक पर कुल्हाड़ी बेतहाशा सामर्थ्यवान की होती पूरी अभिलाषा.... #nojotohindi#मूक#कविता#poetry
Praveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी कैसे हमने,बीज बोये है केसी सोच बन पायी है संस्कारो की बगिया में तालिबानी सोच अपनायी है बन्दूको की दम पर नारी सतायी है सृजन करता है जो नर की उसकी इज्जत पर आंच आयी है मूक बनी बैठी दुनिया विरोध में केंडिल मार्च भी नही कर पायी है किया मौन स्वीकृति समझे सबकी मानसिकता नारी के लिये अपहरण बलात्कार पर उतर आयी है मानवतावादी सोच के विश्व संगठन कियो अपना मुँह छिपाये है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" मूक बन बैठी दुनिया