Find the Latest Status about दोजख की गहराई from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दोजख की गहराई.
Parasram Arora
उफ़ ये दरिंदगी और ये वहशत क्या ये जिंदगी है या फिर दोजख ? ©Parasram Arora दोजख.....
Shiv k Shriwas
नदिया,सागर ,ये हवाएं ,पर्वत सब कुछ तो है डूबने के लिए। पर इंतजार तो हमे तेरी आँखो की गहराई मे डूबने का है.....।। Shiv k Shriwas #आँखो की गहराई ##
Raone
गहराई इश्क़ की इश्क़ की गहराई या तो अश्क़ों से पता चलती है, या दिलबर के होठों की मुस्कान से पता चलती है । गर अश्क़ ज्यादा हों, तो तड़प का पता चलता है । पर मुस्कान ज्यादा हो, तो हद से ज्यादा प्यार का पता चलता है । राone@उल्फ़त-ए-ज़िन्दग़ी इश्क़ की गहराई
Deepika Pal
उस धुप का मुझें आज भी इंतजार है••• जिसमे तुमने मुझे छाँव दी थी। उस हवा के झोके का मुझे आज भी इंतजार है••• जिसमें तुमने मेरे केश को संवारा था,उस लम्हे का मुझे आज भी इंतजार है ••• जिसमें तुमने मुझे प्रेम से देखा था। 😍😊😊😊😊😍 दिल की गहराई
Deepshikha ojha
शब्द की गहराई में उतर के तो देखो, दर परत दर कुछ नया एहसास मिलेगा.. D.s.ojha शब्द की गहराई....
Ashish Parmar
कई बार शांत पानी सा व्यक्ति समुन्द्र की गहराई से अधिक गहरी बात कर जाता हैं -ashish(@shu) समंदर की गहराई
Usha Dravid Bhatt
अनन्त शब्दों का भार , संसार के भौतिकवाद से लेकर प्राकृतिक रहस्य , विज्ञान जो दुनियाँ के विकास का आधार है , श्रृष्टि की आलोकिक रचना , गणित का रहस्य जिनके द्वारा भूत भविष्य और वर्तमान के साथ सौरमण्डल की समस्त गणना ,घटना क्रम , अध्यात्म , श्रृष्टि की उत्पत्ति से लेकर आदि काल खण्डों का समस्त वर्णन , उस अदृश्य शक्ति की महिमा उनकी उत्पत्ति का महानतम रहस्य । सार जिनको - संसार के भौतिक ,सामाजिक , सांस्कृतिक , आध्यात्मिक , वैज्ञानिक , युद्ध की राक्षसी वृत्ति आदि - आदि की शाब्दिक रचनात्मक प्रवृत्ति से गुजरना पडा हो ,उनके भार और गहराई का आंकलन मानव मस्तिष्क की गणना से भी पृथक है । एक शब्द और शब्दों से ही समस्त ग्रन्थों का निर्माण ,जब एक शब्दके महत्व और गहराई का माप नहीं किया जा सकता तो किताबें उनके भारीपन और गहराई का अन्दाजा लगाना तो अपनी अल्प बुद्धि की क्षमता से परे है । "" जै श्री कृष्ण ""। किताबों की गहराई
Govind Kumar
Tunnel जिन्दगी के रास्ते तो सिधी है! बस लोग रास्ता भटक जाते है!! मन की गहराई
Iamnaveen
मैं कुछ इस तरह बिखर जाऊं जुड़ना चाहु पर जुड़ ना पाऊं मैं अस्क बनू या बह जाऊ तुम खुदा से पाने की बात करे और इधर मैं मर जाऊ ©navinkumar06451gmailcom दिल की गहराई