Find the Latest Status about सबब मीनिंग from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सबब मीनिंग.
Imran Shekhani (Yours Buddy)
Bhupendra Ganjam
Red sands and spectacular sandstone rock formations मुझ से ना पूछ देर रात जगने का सबब, तेरी आखों की चिराग बंदी ने देर रात जगाये रखा हैं मुझे, ©Bhupendra Ganjam देर रात जगने का सबब...
BROKENBOY
Sea water उसकी आँखों में मोहब्बत की चमक आज भी है हालांकि उसे मेरी मोहब्बत पर शक आज भी है नाव में बैठ कर धोये थे,हाथ उसने कभी पूरे तालाब में मेहंदी की महक आज भी है छू तो नहीं पाया उसे प्यार से कभी पर मेरे होठों पर उसके होठों की झलक आज भी है हर बार पूछते हैं,हमारी चाहत का सबब वैसी ही इश्क की ये परख आज भी है नहीं रह पते वो भी हमारे बिना दोनों तरफ इश्क की दहक आज भी है ©BROKENBOY #Seawater उसकी आँखों में मोहब्बत की चमक आज भी है हालांकि उसे मेरी मोहब्बत पर शक आज भी है नाव में बैठ कर धोये थे,हाथ उसने कभी पूरे तालाब
Rabindra Kumar Ram
*** ग़ज़ल *** *** इक तुम्हीं ही नहीं *** " तुमसे फासले कुछ यूं ही रहेंगे , मुहब्बत के वसूल कुछ यूं ही रहेंगे , वेशक तुम ना मिलना कभी ऐसे में , कहीं तुझे देख के आह भरना कबूल करेंगे , दर्दे-ए-सितम रुसवाई हैं बात पे तन्हाई हैं , यूं होने को बात बेफजूल भी नहीं , ये मलाल फिर कुछ यूं ही ही नहीं , तरीका हम जो भी इख्तियार करें जीने , इस मुतअस्सिर का इक सबब तुम ही नहीं , खाली फलक का चांद जऱा तुम ही नही , जिसे देखते हुए मैं जिता हूं वो फ़ऱाज तुम्हीं ही नहीं , आईने की दस्तूर तो समझूं मैं , तुम्हें देखने का बहाना इक सौ दफा तुम्हीं ही नहीं . " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram *** ग़ज़ल *** *** इक तुम्हीं ही नहीं *** " तुमसे फासले कुछ यूं ही रहेंगे , मुहब्बत के वसूल कुछ यूं ही रहेंगे , वेशक तुम ना मिलना कभी ऐसे
Mohammad Arif (WordsOfArif)
ख्वाबों की ताबीर लिख रहा हूँ अपने बिगड़े हुए मुकद्दर लिख रहा हूँ दुशवारियों का सबब बहुत है मगर मैं तुझे ख्यालें जेरोजजर लिख रहा हूँ हो सके तो याद हमें भी करना तुम अपने ख्वाबों में तुझे यार लिख रहा हूँ दुश्वारिया घेर लिया है मुझे इस कदर तुझे मैं अपना पुराना प्यार लिख रहा हूँ तू चाहे तो मिल सकता है मुझसे आरिफ़ क्योंकि मैं तुझे अपना हमसफ़र लिख रहा हू ©Mohammad Arif (WordsOfArif) ख्वाबों की ताबीर लिख रहा हूँ अपने बिगड़े हुए मुकद्दर लिख रहा हूँ दुशवारियों का सबब बहुत है मगर मैं तुझे ख्यालें जेरोजजर लिख रहा हूँ हो सके
askari_naqvi72
jis shakhs ko tanhayi ka matlab nahi pata yani use judayi ka matlab nahi pata Mujhko to pata hai tere izhar ka sabab tujhko mere inkaar ka matlab nahi pata ©askari_naqvi72 #loyalty जिस शख्स को तनहाई का मतलब नही पता।। यानी उसे जुदाई का मतलब नही पता।। मुझको तो पता है तेरे इजहार का सबब।। तुझको मेरे इनकार का मतलब
Riya Garewal
कभी कभी हल्की से आहट भी तेज सी लगती है कभी कभी बातो का शोर भी समझ नही आता पता नही क्यों है ये दुनिया ऐसी या मुझे ही जीने का सबब नही आता ।। ©Riya Garewal #2023Recap ## जीने का सबब
Rabindra Kumar Ram
" उसे हैं कहा फुर्सत की ओ भी मुझे याद करे, बगैर मुहब्बत के भी ओ दो टुक बात करे, दिल टुटने का सबब किस के सर इलज़ाम दिया जाये, ओ हैं कहीं मैं हूँ कहीं इसी फुर्कत में . " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " उसे हैं कहा फुर्सत की ओ भी मुझे याद करे, बगैर मुहब्बत के भी ओ दो टुक बात करे, दिल टुटने का सबब किस के सर इलज़ाम दिया जाये, ओ हैं कहीं
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर