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Stories related to हृदय गति रुक जाने

SATYANJAY CHATURVEDI

Anuj Ray

# बाद जाने की तेरे"

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VEER NIRVEL

सबंध अगर हृदय से हो तो मन कभी नहीं भरता... #Veer_ki_Shayari

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सबंध अगर हृदय से हो तो
मन कभी नहीं भरता...
#Veer_Ki_Shayari

©VEER NIRVEL सबंध अगर हृदय से हो तो
मन कभी नहीं भरता...
#Veer_Ki_Shayari

VEER NIRVEL

सबंध अगर हृदय से हो तो मन कभी नहीं भरता...!! 🥀

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सबंध अगर हृदय से हो तो
मन कभी नहीं भरता...
#Veer_Ki_Shayari

©VEER NIRVEL सबंध अगर हृदय से हो तो
मन कभी नहीं भरता...!! 🥀

Sunil Kumar Maurya Bekhud

#हृदय

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हृदय
हर प्राणी को प्यारा है यह
पशु पक्षी इंसान
ज्ञानी पुरुष इसे कहतें हैं
ईश्वर का वरदान

जब तक काम करे यह सबकी
चलती रहती सांसें
इसपर यदि ख़तरा मंडराए
संकट में हैं प्रान

रहता सदा समेटे अंदर
खट्टी मीठी यादें
इसको घायल कर देतें हैं
कटु बचनों के बान

प्रेम से खुश होता है बेखुद
नफ़रत से दुःख पाता
जीवन का आधार धरा पर
हृदय है इसका नाम

©Sunil Kumar Maurya Bekhud #हृदय

Adv AK Valmiki

नाग अर्चना संस्कृति हमार। मैं हृदय से शीश नवाऊं।। दो मुंहा से दूरी भली। जाने कौन मुंह दंश मिले।।

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Parasram Arora

तेज़ गति

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White कई बार हुआ है 
मुझे अहसास 
इस बात का  कि 
मेरी ये जिंदगी इतनी 
तेज़ गति से 
आखिर क्यों और कहा 
भागी  जा रहीं है?


कहीं जिंदगी 
इसीलिए तों  
भयभीत 
 नहीं कि मौत भी 
तेज़ गति से उसका 
पीछा कर रहीं है ?

©Parasram Arora तेज़ गति

मिहिर

#तू क्या जाने

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White ये क्या पूछा
ये बिंदी कैसी लगती 
ये साड़ी कैसी दिखती है
ये काजल ठीक तो लगते है  ना !

जो सच पूछो तो
ये जचना खिलना मत पूछो 
तुम बिंदी पर जँचती हो
तुम साड़ी पर खिलती हो
तुम काजल से तीखी हो
तुम सोने से ज्यादा चमकती हो 

तेरे होने से इनका होना है
तू हंसती है तो ये सोना है
तेरे आगे इनका क्या मोल 
अरे ओ बावली
तू क्या जाने तू अनमोल !!

©मिहिर #तू क्या जाने

Bachan Manikpuri

अपने मूल्य को जाने

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Praveen Jain "पल्लव"

#sad_quotes है अकेला तू,गति कर्मों की है

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White पल्लव की डायरी
है अकेला तू,गति कर्मो की है
चेतना की सुध भी नही लेता तू
मोहपाश में ज्यो ज्यो फ़ँसा तू
बन्धनों में ऐसा जकड़ा तू
राग द्वेष का व्यापार चलाता तू
किसी से प्रीती किसी से दुश्मनी कर
भावो की सतत सरिता में बहकर
नित पापो से कलुषित आत्मा करता क्यू
भोग ही जीवन नही है
योग संजोग निज तत्वों में ला
भटकावों के सजे है मेले दुनियाँ में
तू इनमे फँसने, बार बार जन्म ना पा
क्लोज करो यहाँ कर्मो का एकाउंट
बार बार के जन्म मरण से आत्मा को मुक्ति करो
                                           प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #sad_quotes है अकेला तू,गति कर्मों की है
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