Find the Latest Status about और का from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, और का.
aashik r
#OpenPoetry फूल और काँटा हैं जन्म लेते जगह में एक ही, एक ही पौधा उन्हें है पालता रात में उन पर चमकता चाँद भी, एक ही सी चाँदनी है डालता । फूल और कांटे. फूल और कांटे
rajeshkumar
##फूल और काँटा## ############# काँटों से क्या गिला, चुभना तो उनकी फितरत है, मुझे तो गिला उन फूलों से है, जो कोमल होकर भी मुझे जख्मी कर जाते हैं। ए फूल मुझे गलत मत समझना, क्योंकि सारा दोष तो मेरे नज़रों का है, जहाँ देखते हैं खूबसूरती, वही फिसल जाते हैं।। काँटों की चुभन सहकर भी उन फूलों का मकरंद चूसा करता था, मैं भौरा बनकर। आज आंसू बहा रहा हूं , क्योंकि कोई मसल रहा है, उन फूलों को माली बनकर।। फूलों को मसलते हुए देखकर कलियाँ अब रो रहीं थी। अब मुझे खिलने मत देना, वह पत्तियों से कह रही थी।। अगर मैंने केवल तेरी परवाह की तो ये डंठल भी सुख जायेगा। मुझे तो चिंता उस माली की है कि वह बिन मारे हीं वह मर जायेगा।। पत्ती तुम कुछ भी कर लो, मैं(डंठल)अपना प्रकृति छोड़ नहीं पाउँगा। अगर मैं सुख भी गया तो, किसी न किसी का भला कर जाऊंगा।। Tr-Rajesh kumar फूल और काँटा
rajeshkumar
##फूल और काँटा## ############# काँटों से क्या गिला, चुभना तो उनकी फितरत है, मुझे तो गिला उन फूलों से है, जो कोमल होकर भी मुझे जख्मी कर जाते हैं। ए फूल मुझे गलत मत समझना, क्योंकि सारा दोष तो मेरे नज़रों का है, जहाँ देखते हैं खूबसूरती, वही फिसल जाते हैं।। काँटों की चुभन सहकर भी उन फूलों का मकरंद चूसा करता था, मैं भौरा बनकर। आज आंसू बहा रहा हूं , क्योंकि कोई मसल रहा है, उन फूलों को माली बनकर।। फूलों को मसलते हुए देखकर कलियाँ अब रो रहीं थी। अब मुझे खिलने मत देना, वह पत्तियों से कह रही थी।। अगर मैंने केवल तेरी परवाह की तो ये डंठल भी सुख जायेगी। मुझे तो चिंता उस माली की है कि वह बिन मारे हीं वह मर जायेगा।। पत्ती तुम कुछ भी कर लो, मैं(डंठल)अपना प्रकृति छोड़ नहीं पाउँगी। अगर मैं सुख भी गया तो, किसी न किसी का भला कर जाउँगी।। Tr-Rajesh kumar फूल और काँटा
Nirmala Paul
jindagi ek aisi bagiya hai jisme phoolon ke sath sath kante bhi milte hai.... in phool or Kanto ki sabke life me ek alag hi Ahmiyat hoti hai........ ©Nirmala Paul फूल और कांटे
Rajnish Shrivastava
White फूल जिनकी सोहबत में रहकर मुस्कराते हैं कांटे अपनी फितरत से फिर भी बाज न आते हैं कांटो की फितरत है फूलों को चोट पहुंचाना फूल रिश्तें निभाने के लिए सब भूल जाते हैं ©Rajnish Shrivastava #फूल और कांटे