Find the Latest Status about फसलें कितनी होती है from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, फसलें कितनी होती है.
Gaurav pawar
White अच्छाई और बुराइ हर इंसान के अंदर होती है। एक बार एक महात्मा ने सफेद पेपर एक दीवार के ऊपर चिपकाया और उस पर एक काली डोट लगा दी और लोगों से पूछा कि बताओ तुम्हें इसमें क्या दिखाई दे रहा है? लोगों ने कहा कि हमें काली डोट दिखाई दे रही है। इस पर महात्मा ने कहा बड़ी अजीब बात है । तुम्हे इतना बड़ा सफेद पेपर नहीं दिखाई दिया जो तुम्हे काली डोट दिखाई दी, लोग बड़े शर्मिंदा हुए, महात्मा से माफी भी मांगी। महात्मा का कहना था यही आज की सच्चाई है। इंसान की अच्छाइयां किसी को नज़र नहीं आती, लेकिन उसकी एक छोटी सी ग़लती उसको पकड़ कर उनमें बुराइयां नज़र आने लगती है और यही आज की वास्तविकता भी है ©Gaurav pawar #Sad_Status अच्छाई और बुराइ हर इंसान के अंदर होती है।
#Sad_Status अच्छाई और बुराइ हर इंसान के अंदर होती है।
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी रातो को राजा बनाकर नींद में सपना दिखा जाती है खुलती जब आँखे सुबह हकीकते सामने आ जाती है पहेली की तरह होती है जिंदगी हल कोई चालाकी से कर पाता है किसी की मेहनतों पर कोई अपनी बुनियाद रख जाता है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #GoodMorning पहेली की तरह होती है जिंदगी
#GoodMorning पहेली की तरह होती है जिंदगी
read moreRameshkumar Mehra Mehra
White लाम्हे कुछ पल के होते है.....! और यादे उम्र भर के लिए होती है....!! ©Rameshkumar Mehra Mehra # लम्हे कुछ पल के लिए होते है,और यादे उम्र भर के लिए होती है....
# लम्हे कुछ पल के लिए होते है,और यादे उम्र भर के लिए होती है....
read moreAnjali Singhal
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset "सुना है ज़िन्दगी चार दिन की होती है! हंँसती-खेलती गुज़रे तो कितनी ख़ूबसूरत होती है!!" ©Anjali Singhal "सुना है ज़िन्दगी चार दिन की होती है! हंँसती-खेलती गुज़रे तो कितनी ख़ूबसूरत होती है!!" #shayari #shayristatus #whatsappstatus #quote #life
"सुना है ज़िन्दगी चार दिन की होती है! हंँसती-खेलती गुज़रे तो कितनी ख़ूबसूरत होती है!!" #Shayari #shayristatus #whatsappstatus #Quote life
read moreKiran Chaudhary
कितनी अजीब बात है, कि हम मिले और यूँही बिछड़ गए एक दिन।। ©Kiran Chaudhary कितनी अजीब बात है
कितनी अजीब बात है
read moreअभिव्यक्ति और अहसास -राहुल आरेज
White नौकरी बजानी होती है सहाब, झोला उठाकर निकल जाता हूं लौट आता निस्तेज मै क्या करूं, पेट बडा हो गया है मेरा सब डकार जाता है रद्दी हो या बेकार, नौकरी बजानी होती है सहाब पकने लगे है अब बाल मेरे , सब पता है फिर भी चलायमान तन मन, रूकता कहां है थमता कहां है हा ठिकाना भी जानता हूं साठ के बाद का वही पिछले का पुराना पलंग , गंदी तकिया और वो अंतिम पथ का प्रथम कोना। हास्यपद है फिर भी नौकरी बजानी पडती है सहाब। ©अभिव्यक्ति और अहसास -राहुल आरेज नौकरी बजानी होती है सहाब
नौकरी बजानी होती है सहाब
read moreVinod Mishra
neha rajput
Unsplash क्या पढ़ाई बहुत जरूरी है आपको क्या लगता है कमेंट करके बताएं ©I Love Nojoto. follow me #Book पढ़ाई कितनी इंपॉर्टेंट है
#Book पढ़ाई कितनी इंपॉर्टेंट है
read moreRAMLALIT NIRALA
White हिम्मत तो नहीं कर रही पर आगे तो बढना है देख कर राहे थक गये पाँव अभी तो पढना लिखना है। हिम्मत तो नहीं कर रही पर आगे तो बढना है। ©RAMLALIT NIRALA राहे कितनी कठीन हो चलना तो पडता है
राहे कितनी कठीन हो चलना तो पडता है
read more