Find the Latest Status about सरपंच के कार्य और अधिकार from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सरपंच के कार्य और अधिकार.
kavi mukesh gogdey
गौशाला बनाने का आज वचन दिया है। निर्विरोध सरपंच घनश्याम को चुना है। राजनीति के पंच खेले जाते है ऐसे भी, लोगो की ज़ुबाँ से ऐसा ही सुना है।। मुकेश गोगडे सरपंच के दावपेच
Omprakash Sahare
*मुर्दे आए ताव मे* सरपंच के चुनाव मे ! मुर्दे आए ताव मे ! दौरा करते गाँव मे !! गिरते पड़ते पाँव मे ! इज्जत है जी दाँव मे ! वोट करो अब भाव मे !! ✍️ ॐ प्रकाश सहारे ©Omprakash Sahare # सरपंच के चुनाव मे #
yesh jee
सरपंच पद के शिक्षित एवं सुयोग्य उमीदवार 💐रुस्तम कुमार 💐 को अपने बहुमूल्य मतों से विजयी बनाए। ©yesh jee #@सरपंच
✍️KV21
मिशन 2020 नेक निर्भीक ईमानदार युवा नेता श्री रतन दान जी को अपना अमूल्य मत और समर्थन देकर भारी मतो से विजयी बनावे 🙏 #सरपंच
gulsher khan
रमजान की गफन सरपंच पद उम्मीदवार जनाब मोहम्मद अली को अपना मत एवम् समर्थन देकर विजयी बनावें सरपंच
Ek villain
इस संसार में शायद ही कोई व्यक्ति अधिकार से वंचित होगा जन्म लेते ही सामाजिक अधिकार संगठन हो जाते हैं और मृत्यु तक अधिकारों का सिलसिला चलता है लोगों को अधिक से अधिक अधिकार चाहिए परंतु कर्तव्य के प्रति भावना उसी अनुपात में घटती दिखाई देती है विडंबना यही है कि अधिकार के लिए सक्रिय रहने वाला मानव कर्तव्य के लिए निस करके रहता है जबकि प्रत्येक अवस्था में कर्तव्य से अधिकार ही उत्पत्ति होती है अधिकार को अधिक भार ना बनाया जाए ना अस्त्र समझा जाए अधिकार का ना होना तो दूर उपयोगी किया जाएगा ना ही अनावश्यक प्रयोग अधिकार को इसी मौलिकता और नैतिकता की मर्यादा के अंतर्गत धारण करना सार्थकता होगा अन्यथा अधिकार अपना चरित्र खो बैठेगा अधिकार से संपन्न अधिकारी को परंपरा का भी सम्मान करना चाहिए स्वामी के अधिकार सेवक के अधिकार सरकार के अधिकार जनता के अधिकार या समाज में किसी भी वर्ग के अधिकार महत्वपूर्ण है लेकिन इन सभी वर्ग के कर्तव्य का महत्व उनके अधिकारों से ही कहीं अधिक है संपूर्ण मानव जाति को समझना होगा कि कर्तव्य तो अधिकार से ऊपर है इसलिए अधिकार के पर्सन से पहले कर्तव्य का उत्तर जान लेना अनिवार्य है अधिकार सदैव कर्तव्य जनित फल है इसलिए संसार के वह सभी लोग जो अधिकार जाते हैं कर्म योग का मार्ग प्रशस्त करें मानव को शुद्धता का अधिकार है वह शुद्ध वायु जल और स्थान ग्रहण कर सकता है अच्छी शिक्षा विद्या गुण प्रेरणा मार्ग पाने का अधिकार वहीं आ धर्म कोई अधिकारी नहीं है आत्म उन्नति उत्थान के समिति अधिकार सुलभ है लेकिन पतन दुर्घट चारणीय तो अनावृत चेष्टा है शुद्ध गर्मी के पास अधिकार ही अधिकार है लेकिन कुमार जी के पास कतई कोई अधिकार नहीं है इसलिए अधिकार को कर्तव्य का अनुसरण करना होगा ©Ek villain # अधिकार और कर्तव्य