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Prashant Shakun "कातिब"

Writer म्हारी लाडो, शेरनी, शेरुआ, नंदू, नंदी, नंदिता, मोटी, मोटो, क्यूटी बच्चा... समय के साथ और भी नाम मिलते रहेंगे😂 छोटी सी परी के जैसी

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©Prashant Shakun "कातिब"  Writer 

म्हारी लाडो,
शेरनी, शेरुआ, नंदू, नंदी, नंदिता, मोटी, मोटो, क्यूटी बच्चा... समय के साथ और भी नाम मिलते रहेंगे😂

छोटी सी परी के जैसी

gauranshi chauhan

#Newyear2025 day - 435 जिन्होंने साथ दिया उनका भी शुक्रिया, जिन्होंने साथ छोड़ा उनका भी शुक्रिया, जाते जाते जिन्होंने अपने असली रंग दिखाएं, उ

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New Year 2025 day - 435
जिन्होंने साथ दिया उनका भी शुक्रिया,
जिन्होंने साथ छोड़ा उनका भी शुक्रिया,
जाते जाते जिन्होंने अपने असली रंग दिखाएं,
उन तमाम लोगो को दिल से शुक्रिया..!!
✨✨😊🧿❣️✨✨

नये साल कि शुभकमनाये मेरे nojoto परिवार को

©gauranshi chauhan #Newyear2025 day - 435
जिन्होंने साथ दिया उनका भी शुक्रिया,
जिन्होंने साथ छोड़ा उनका भी शुक्रिया,
जाते जाते जिन्होंने अपने असली रंग दिखाएं,
उ

Rajesh Sharma

#leafbook श्याम तेरी मेहरबानी

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Unsplash श्याम तेरी मेहरबानी होनी चाहिए
ग़मो की कुर्बानी होनी चाहिए
खुशनुमा रहे मंजर हमेशा
ऐसी जिंदगानी होनी चाहिए 
क्या पता किसी का,
क्या दौर आ जाए
आज समय मजबूत, 
कल कमजोर आ जाए
श्याम तेरी मेहरबानी होनी चाहिए

©Rajesh Sharma #leafbook 
श्याम तेरी मेहरबानी

नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर लफ़्ज़ दिल में थे, वो कागज़ पे आ न सके, ख़ामोशी में ही दबी सारी कहानी हो गईं। शाम-ए-ग़म में जलाए थे जो उम्मीद के चराग़, वो भी

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Unsplash लफ़्ज़ दिल में थे, वो कागज़ पे आ न सके,
ख़ामोशी में ही दबी सारी कहानी हो गईं।

शाम-ए-ग़म में जलाए थे जो उम्मीद के चराग़,
वो भी बुझते-बुझते बस एक निशानी हो गईं।

इश्क़ में लिखते रहे हम हज़ारों किस्से,
मगर सच्चाई में वो सब बेमानी हो गईं।

वो कसमें, वो वादे, वो लम्हों की गहराइयाँ,
अब किताबों की तरह बंद कहानी हो गईं।

जो हमने देखा था कभी चाँद की रोशनी में,
वो उम्मीदें भी अब धुंधली कहानी हो गईं।

जिनसे रोशन था कभी हर एक कोना-ए-दिल,
वो रोशनी भी अंधेरों की मेहरबानी हो गईं।

©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर 
लफ़्ज़ दिल में थे, वो कागज़ पे आ न सके,
ख़ामोशी में ही दबी सारी कहानी हो गईं।

शाम-ए-ग़म में जलाए थे जो उम्मीद के चराग़,
वो भी

Dr. Parwarish

हे ईश्वर! इस जीवन के लिए आपका शुक्रिया🙏🙏!

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