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Raam Sevariya
जाने कितनी रातें जाग के, तुझको संभाला होगा कितने ही दुख-दर्द, सहे होंगे, तब जाके तुम्हें पाला होगा वो माता पिता की ही देन है, जो इतना आसान बनाया वरना कितने ही ऐसे होंगे, जिन्हें जीवन ने निकाला होगा ©Raam Sevariya #Likho जाने कितनी रातें जाग के, तुझको संभाला होगा कितने ही दुख-दर्द, सहे होंगे, तब जाके तुम्हें पाला होगा वो माता पिता की ही देन है, जो इतना
#Likho जाने कितनी रातें जाग के, तुझको संभाला होगा कितने ही दुख-दर्द, सहे होंगे, तब जाके तुम्हें पाला होगा वो माता पिता की ही देन है, जो इतना
read moredilkibaatwithamit
White हर रात हर बात लिखेंगे हर कोई पढ़ सके इतना साफ लिखेंगे अपने जज्बात और अपने ही अरमान लिखेंगे बिन-तेरे क्या है मेरे वो सारे हालात लिखेंगे, बस नहीं लिखेंगे तो हम तेरी बात ना लिखेंगे ना तो तेरी खूबसूरती लिखेंगे ना तेरी कातिल अदाएं लिखेंगे अब जब भी मन करेगा हम दिल में मचलते अरमान लिखेंगे जो अकेले गुजारी है वो शाम लिखेंगे तन्हा तन्हा जो बीती वो रात लिखेंगे बहुत शिकायत है हमें तुझसे फिर भी जब भी लिखेंगे तेरी चाहत में डूबे अरमान लिखेंगे. ©dilkibaatwithamit हर रात हर बात लिखेंगे हर कोई पढ़ सके इतना साफ लिखेंगे अपने जज्बात और अपने ही अरमान लिखेंगे बिन-तेरे क्या है मेरे वो सारे हालात लिखेंगे,
हर रात हर बात लिखेंगे हर कोई पढ़ सके इतना साफ लिखेंगे अपने जज्बात और अपने ही अरमान लिखेंगे बिन-तेरे क्या है मेरे वो सारे हालात लिखेंगे,
read moreRameshkumar Mehra Mehra
White एक तेरे खाबों का शौक............ एक तेरी याद का मन....! तू ही बता सोकर.........!! तेरा दीदार करुँ,या.........!!! जाग कर तुझे याद करुँ.........💕 ©Rameshkumar Mehra Mehra # एक तेरे खाबों का शौक,एक तेरी याद का मन,तू ही बता सोकर,तेरा दीदार करुँ,या..जाग कर तुझे याद करु....💕
# एक तेरे खाबों का शौक,एक तेरी याद का मन,तू ही बता सोकर,तेरा दीदार करुँ,या..जाग कर तुझे याद करु....💕
read morekhushbu Mavar
thank you nojoto team ©khushbu नितिन कुमार 'हरित' sheetal pandya मेरे शब्द ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ री) Rohit Romun POETICPOOJA
नितिन कुमार 'हरित' sheetal pandya मेरे शब्द ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ री) Rohit Romun POETICPOOJA
read moreBhupendra Ganjam
White जवानी गुजर गई बीती बातें कौन याद करे.. ये मुसाफिर आज जी चाहे जी लो... कल फ़िर कौन याद करे, ©Bhupendra Ganjam जवानी गुजर गई बीती बातें कौन याद करे.. ये मुसाफिर आज जी चाहे जी लो... कल फ़िर कौन याद करे, #love_shayari alone sad dp sad shayari in hin
जवानी गुजर गई बीती बातें कौन याद करे.. ये मुसाफिर आज जी चाहे जी लो... कल फ़िर कौन याद करे, #love_shayari alone sad dp sad shayari in hin
read moreSr Amar Babu
Unsplash तुमने तो सिर्फ सुना है, हमपर तो बीती है, ये जो मोहब्बत है ना, सच में खून पीती है. ©Sr Amar Babu #snow तुमने तो सिर्फ सुना है, हमपर तो बीती है, ये जो मोहब्बत है ना, सच में खून पीती है.
#snow तुमने तो सिर्फ सुना है, हमपर तो बीती है, ये जो मोहब्बत है ना, सच में खून पीती है.
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
White किसी के जाने का थोड़ा दुख तो होता है, अपनों के बदलने में थोड़ा दुख तो होता है। क्यों सोचते हो बार-बार, क्या गलती की हमने, इश्क़ में जान जाने का थोड़ा दुख तो होता है। क्यों बेवजह खुद को समझाते हो, सब ठीक है, एक शख़्स के लिए आंखें भरना तो होता है। सिर्फ मिलते नहीं रहबर से खुशियों के गुलदस्ते, इश्क़ की राहों में दिल का टूटना आम तो होता है। बीती हसरतें, बातें, एहसास और यादों को, सोच-सोचकर तबीयत खराब तो होता है। सोचकर गमगीन होना तो चलता ही है, किसी के जाने का थोड़ा दुख तो होता है। ©theABHAYSINGH_BIPIN #love_shayari किसी के जाने का थोड़ा दुख तो होता है, अपनों के बदलने में थोड़ा दुख तो होता है। क्यों सोचते हो बार-बार, क्या गलती की हमने, इश
#love_shayari किसी के जाने का थोड़ा दुख तो होता है, अपनों के बदलने में थोड़ा दुख तो होता है। क्यों सोचते हो बार-बार, क्या गलती की हमने, इश
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White मैं बैठे-बैठे सोच रहा था, उनकी तस्वीरें ताक रहा था। मन के कोने में हलचल थी, लबों पर नाम सजा रहा था। बीती यादों का सैलाब उमड़ा, गुज़रा वक्त भी सता रहा था। जिक्र उनका अब जरूरी नहीं, खयालों में डूबता जा रहा था। ©theABHAYSINGH_BIPIN #Sad_Status मैं बैठे-बैठे सोच रहा था, उनकी तस्वीरें ताक रहा था। मन के कोने में हलचल थी, लबों पर नाम सजा रहा था। बीती यादों का सैलाब उमड़ा,
#Sad_Status मैं बैठे-बैठे सोच रहा था, उनकी तस्वीरें ताक रहा था। मन के कोने में हलचल थी, लबों पर नाम सजा रहा था। बीती यादों का सैलाब उमड़ा,
read moreनवनीत ठाकुर
इक सदी तक तो तमन्ना का सफ़र चलता रहा ओ नवनीत, फिर मुक़द्दर ने लिखी आख़िरी निशानी अपनी। ख़्वाब टूटे तो लगा जाग उठी है दुनिया, वरना हर नींद में थी सोई कहानी अपनी। चाहतें छोड़ के कुछ दर्द समेटे हमने, ये अमानत भी तो थी जान से प्यारी अपनी। कौन समझेगा ये अफ़साना-ए-ग़म का मंज़र, जब भी रोए हैं तो बस याद थी जवानी अपनी। जिनसे उम्मीद थी वो दूर नज़र आए हमें, छोड़ बैठे हैं वही राहगुज़ारी अपनी। हमने चाहा था जिसे, उसने भुला डाला हमें, और दुनिया से छुपा ली नज़्म सारी अपनी। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर इक सदी तक तो तमन्ना का सफ़र चलता रहा ओ नवनीत, फिर मुक़द्दर ने लिखी आख़िरी निशानी अपनी। ख़्वाब टूटे तो लगा जाग उठी है दुनिया, व
#नवनीतठाकुर इक सदी तक तो तमन्ना का सफ़र चलता रहा ओ नवनीत, फिर मुक़द्दर ने लिखी आख़िरी निशानी अपनी। ख़्वाब टूटे तो लगा जाग उठी है दुनिया, व
read moreVinod Mishra