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Dilbag Creator
White मैं खामोश रहा उसके सामने मगर दिल में अजब सा शोर था मैं उसे देख कर मुस्कुराया मगर दिल मेरा रो रहा था ©Dilbag Creator #Moon सनातनी आरती सक्सेनाartisaxena_02 Vani gaTTubaba Ambika Jha
Shiv gopal awasthi
ऐसा पढ़ना भी क्या पढ़ना,मन की पुस्तक पढ़ न पाए, भले चढ़े हों रोज हिमालय,घर की सीढ़ी चढ़ न पाए। पता चला है बढ़े बहुत हैं,शोहरत भी है खूब कमाई, लेकिन दिशा गलत थी उनकी,सही दिशा में बढ़ न पाए। बाँट रहे थे मृदु मुस्कानें,मेरे हिस्से डाँट लिखी थी, सोच रहा था उनसे लड़ना ,प्रेम विवश हम लड़ न पाए। उनका ये सौभाग्य कहूँ या,अपना ही दुर्भाग्य कहूँ मैं, दोष सभी थे उनके लेकिन,उनके मत्थे मढ़ न पाए। थे शर्मीले हम स्वभाव से,प्रेम पत्र तक लिखे न हमने। चंद्र रश्मियाँ चुगीं हमेशा,सपनें भी हम गढ़ न पाए। कवि-शिव गोपाल अवस्थी ©Shiv gopal awasthi कविता
D Anand Singer
स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा चैत्र पूर्णिमा के अवसर पर 129 वीं नारायणी गंडकी महा आरती कार्यक्रम का आयोजन बेलवा घाट वाल्मीकि नगर में 23 अप्रैल 2024 को किया जाएगा। आप सभी शाम 5:00 बजे सादर आमंत्रित हैं। निवेदक - निर्माता श्री संतोष झा एवं निर्माता श्री एचेल थारू ©D Anand Singer #skylining महा आरती