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ziya khan
मैं हर रात तोड़ती हूँ रिश्ता तुझसे , मुझे हर सुबह तेरी हसरत हो जाती है। तू ही बता,मैं तुझे सामने बैठाकर तुझसे कैसे लडूँ,, तू ही बता,मैं तुझे सामने बैठाकर तुझसे कैसे लडूँ; मैं जब जब तेरी आँखों में देखती हूँ ना, मुझे फिर से तुझसे मोहब्बत हो जाती है।।। ©ziya khan #happycouple love publications
#happycouple love publications #लव
read moreTejshwi Sahu
Dageshwar =भुल जाता था होम वर्क कर के लाना 😊 Umesh = नही छोड़ता था मस्ती के लिये खाना 🤩 chandrakant =गुम हो जाता है ख्यालो मे 🤔 khoman =तो था गुदडी के लालो में 😎 priyanka =कि होती थी बाते निराली 😉 anjali =दी थी अपनी चंचल मतवाली 🤗 hina =स्लो cycle चलाती 👍 Tejshwi =मीथे गीत हमे सुनाती 😍 shashi =लम्बे बालो मे हैं सुन्दर सी गुड़िया प्यारी 😇 Hulsi =खुब उथाती अपनी जिम्मेदारी hulsi हमारी ☺ 12th science students bihaveer in the class and school 1 year old 👧 😎😎 ©Tejshwi sahu my school class room story #Books
my school class room story #Books
read moreArpita
कुछ गम कुछ खुशी ,हम बाटते थे कुछ इस तरह हम अपना दिन काटते थे कभी pyarri बाते ,तो कभी कुछ मज़ाक ठीक इस तरह हम करते थे आपसे बात हमे आपकी class का इंतजार रहता था जिस दिन आप दोनो की period न होता वो दिन बेकार होता था मुझे आज भी याद है वो दिन जब Gulsahiba को bang करके मुझे chance दिया था मुझे याद है कि हमने आपको बहुत परेशान किया बुरा मत मानना इस बात का kyuki हम आपके ही bacche थे कभी आपका बेग छीन लेना आैर आपको शताने मे बडा़ म़जा आता था कुछ इस तरह school में वो period बित जाता था आज भी याद है वो दिन हमे जब आपने हमे एक किताब दी थी । बहुत सालो बाद इतनी inspirational किताब मैने फिर से पढ़ी थी For Madhav Bhaiya for class teacher
for class teacher
read moreYakshita Jain
क्या होती है ख़ुशी सब भुलते जा रहे है क्या होती है ख़ुशी सब भुलते जा रहे है स्वार्थ मे डूबकर सच्ची ख़ुशी खोते जा रहे है माया मे फसकर अपनों को खोते जा रहे है क्या होती है ख़ुशी सब भुलते जा रहे है .... छोटी- छोटी खुशियों को कुचलते जा रहे है लड़ाई - झगड़े का स्वागत करते जा रहे है मशीन रूपी जीवन जीते जा रहे है क्या होती है ख़ुशी सब भुलते जा रहे है ..… मन की शांति खोकर , तनाव बढ़ाते' जा रहे है बड़ो के सानिध्य से वंचित होते जा रहे है मोबाइल को ही अपना मानते जा रहे है क्या होती है ख़ुशी सब भुलते जा रहे है ....... पहचानो असली खुशी को वक़्त निकलने से पहले ये वक़्त तो है रेत का ढेर अभी नहीं सम्ब्ले तो हो जाएगी देर रहो हमेशा कूल -कूल जैसे खिलते बगिया मे फूल-फूल yakshita Jain research scholar History # my poem when I was in 9 th class
# my poem when I was in 9 th class #कविता
read moreHariom Prajapat
my economic condition # motivation for middle class people's
# motivation for middle class people's
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