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Bhishm Singh
आग का दरिया है, मुझे छोड़ सारी दुनिया को रोशन किया तु| कसूर तो बता मेरी आरजू है तुझसे, मेरे हिस्से की धूप मुझ तक आने दे|| - ठाकुर भीष्म # मेरे हिस्से की धूप
immitalishrivastava
वो अपने साये को कुछ यूँ समझाना चाहते है, वो मेरे हिस्से की धूप मुझ तक लाना चाहते हैं, उन्हें लगता है मैं अपनी तकदीर खुद बना सकती हूं इसलिए मुझे नज़रो से दूर अपनी भिजवाना चाहते हैं यूँ तो अपनी नज़र से जमाने देखा है उनने.. पर मेरी नज़र से चले हैं सपने मेरे बुनने .. वो अपने साये को कुछ यूँ समझाना चाहते है, वो मेरे हिस्से की धूप मुझ तक लाना चाहते हैं, उन्हें लगता है मैं अपनी तकदीर खुद बना सकती हूं इसलिए
immitalishrivastava
स्मृति.... Monika
जिंदगी के किस्सों में,बँट गए हम हिस्सों में एहसासों से शब्द खो गए, हम खुद से ही अजनबी हो गए ढूँढती हूँ आईने में खुद के वजूद को कभी ढूँढती हूँ अपने हिस्से की बारिश तो कभी ढूँढती हूँ अपने हिस्से की मीठी धूप को थक गया है मन ढोते -ढोते सब के झूठ को जिंदगी के किस्सों में,बँट गए हम हिस्सों में एहसासों से शब्द खो गए, हम खुद से ही अजनबी हो गए || ©स्मृति.... Monika ✍️ ©स्मृति.... Monika #diary#कहाँ है मेरे हिस्से की मीठी धूप
Anjali R Gupta
पलक झपकते पूरे नहीं हो जाते जागती आँखों मे सुलगते सपने तेजस्वी किरनों के तेज से जुलझ जाता है रंग रूप तभी मिल पाती है सुनहरी आभा लिए अपने हिस्से की धूप यूहीं नहीं महका करते तुम्हारी साँसों मे इत्र बनकर गुलाबों को भी मसलना पड़ता है पत्थर पर रगड़कर अपने हिस्से की धूप
Amit Saini
Hindi shayari quotes जिंदगी ने पढ़ाया तो कुछ नहीं लेकिन लिखवाया बहुत कुछ है #मेरे हिस्से की
sudhir sharma
तन्हा हु में आज कल । सायद मेरे हिस्से की मोहोब्बत वो किसी ओर से निभाने लगे है। मेरे हिस्से की मोहोब्बत
ahsaas chaudhry
प्यार का एहसास वो बात जो ज़ुबाँ से कहनी थी, इशारों में कह दी गयी, मेरे हिस्से की मोहब्बत बस, उनकी आंखों तक ही रह गयी.... #मेरे हिस्से की मोहब्बत....
Prince_firaaq
मेरे हिस्से में आयीं नसीहतों को समेटता रहा हूँ मैं अपनी उम्र से बढकर भी बातें सोचता रहा हूँ क्यूँ मेरे लबों पे मुझी को लेकर सवाल पैदा हुए क्या करने आया था और क्या करता जा रहा हूँ और सुनने वाले भी कम ही नसीब हुए मुझको सो मैं अपना दुख नींद में बोलता आ रहा हूँ इक सिक्का उछाला था मैंने जिंदगी के नाम पर फिर उसके बाद से ही फकत उसे ढूँढ़ता रहा हूँ फ़िराक़ मेरे हिस्से के पेड़ भी बाँझ ही रहे सो मैं अपनें हिस्से की मिट्टी ढोता रहा हूँ prince_firaaq मेरे हिस्से की नसीहतें #feather