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BROKENBOY
White छोड़े हैं कितने रास्ते तुमसे मैं क्या कहूँ छोड़े है किसके वास्ते तुमसे मैं क्या कहूँ कई मौत मर चुका हूँ कितना जिया हूँ मैं कुछ लोग मेरे ख़ास थे तुमसे मैं क्या कहूँ मिलते है मुस्करा कर दुनिया से हर सुबह रात कितने उदास थे तुमसे मैं क्या कहूँ वो फेंक देते है सुबह दीवाली का दिया हम रात जिनको रास थे तुमसे मैं क्या कहूँ मेरे दोस्त जैसे अक्सर दिखते थे मुझे लोग सब के सब लिबास थे तुमसे मैं क्या कहूँ गुमां था मिल गया है हमें दर्द का इलाज सब के सब कयास थे तुमसे मैं क्या कहूँ ©BROKENBOY #sad_shayari छोड़े हैं कितने रास्ते तुमसे मैं क्या कहूँ छोड़े है किसके वास्ते तुमसे मैं क्या कहूँ कई मौत मर चुका हूँ कितना जिया हूँ मैं कुछ
Nidhi Verma
क्या तुम्हें कभी महसूस नहीं हुई मेरी कमी?? या कभी मैं तुम्हारी जिंदगी का हिस्सा थी ही नहीं?? क्या इतने बुरे थे हम? जो तुम्हें कभी मेरा खयाल आया ही नहीं ?? 🙂 ©Nidhi Verma #क्या#इतने#बुरे#थे#हम🙂
Aahat
White कांटो पर भी दोष कैसे डाले जनाब पैर तो हमने रखा वो तो अपनी जगह पर थे.. ©सत्यमेव जयते #अपनी जगह पर थे..
Arun kumar
White पहुँच से बाहर हो गये वो रिश्ते जो कभी साथ थे .. चुप से हो गये आज जो कभी मेरे खुले अल्फाज़ थे ... ©Arun kumar #safar अल्फाज़ थे
Dev Rishi
ताज की महक तुम हो ये लिबास पहनी क्या तुम हो वो कौन थे समाज के चंद लोगों में शामिल मज़ाक हर जात का उड़ा रहे थे क्या तुम थे..? ©Dev Rishi #तुम थे
M R Mehata(रानिसीगं )
जय माता दी ©M R Mehata(रानिसीगं ) अरमान बहुत थे....
Arora PR
वो भी क्या दिन थे. ज़ब हम भी यारों क़ी महफिल मे शिरकत करते थे फिर वक़्त क्या बदला कि सब कुछ. बदल गया आज हम अपने बिस्तर पर पड़े पड़े या तो आसमान के तारो से मुख़ातिब होते है.. याफिर अपनी मंद होती हुई साँसो क़ो गिनते है ©Arora PR वो भी क्या दिन थे
Dil galti kr baitha h
Village Life नैना थे कहां आपके इतने शराबी पहले चेहरा था कहां आपका इतना किताबी पहले आइना तो ज़रा देखिए लबों को चूमने के बाद क्या होंठ थे आपके इतने गुलाबी पहले। Happy Kiss Day ©Dil galti kr baitha h नैना थे कहां आपके इतने शराबी पहले चेहरा था कहां आपका इतना किताबी पहले आइना तो ज़रा देखिए लबों को चूमने के बाद क्या होंठ थे आपके इतने गुलाब
Sneh Lata Pandey 'sneh'
जिन्हें न फिकर थी कभी आँसुओ की गमे दर्द उनको सुनाने चले थे। सुकूँ का ज़खीरा जहाँ हर तरफ़ हो उसी रास्ते को भुलाने चले थे। फ़ना जिसके दर पे हुईं ये मोहब्बत उन्हीं को कहानी सुनाने चले थे। जले थे हमेशा नज़र की आग से रस्मों को उन संग निभाने चले थे। ©Sneh Lata Pandey 'sneh' #achievement #सुनाने चले थे