Find the Latest Status about बुडत्याला काठीचा आधार from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, बुडत्याला काठीचा आधार.
Parul Sharma
दूध, दही, रोटी, सब्जी, दाल,भात और सलाद हर दिन लें समय-समय पर पूर्ण पौष्टिक आहार शुद्ध मन,स्वच्छ तन, और व्यायाम करो प्रतिदिन स्वस्थ्य जन जीवन का एक मात्र यही है आधार ©Parul Sharma दूध, दही, रोटी, सब्जी, दाल,भात और सलाद हर दिन लें समय-समय पर पूर्ण पौष्टिक आहार शुद्ध मन,स्वच्छ तन, और व्यायाम करो प्रतिदिन स्वस्थ्य जन जी
दूध, दही, रोटी, सब्जी, दाल,भात और सलाद हर दिन लें समय-समय पर पूर्ण पौष्टिक आहार शुद्ध मन,स्वच्छ तन, और व्यायाम करो प्रतिदिन स्वस्थ्य जन जी
read moreनवनीत ठाकुर
"शिव हैं भोले, पूरी करते भक्तों की मुराद, माथे पे चंद्र, गले में विष, त्रिनेत्र के नाथ, स्वयं महिष। कालकूट पीने वाले, पशुपति महाकाल, महादेव हैं सृष्टि के आदि और अंत का आधार। अर्धनरेश्वर रूप, जहां शक्ति संग विराज, गले में सर्प, हाथों में त्रिशूल का राज। वृत्रासुर संहारी, करुणा के सागर, शिव की महिमा में जग गाता है जैकार।" ©नवनीत ठाकुर #शिव हैं भोले, पूरी करते भक्तों की मुराद, माथे पे चंद्र, गले में विष, त्रिनेत्र के नाथ, स्वयं महिष। कालकूट पीने वाले, पशुपति महाकाल, महादेव
#शिव हैं भोले, पूरी करते भक्तों की मुराद, माथे पे चंद्र, गले में विष, त्रिनेत्र के नाथ, स्वयं महिष। कालकूट पीने वाले, पशुपति महाकाल, महादेव
read moreAbasaheb Patil
9172683363 ©Abasaheb Patil *🌾☘️प्रधानमंत्री पीक विमा योजना रब्बी हंगाम 2024-25* 🌱🌿☘️🍀🎋🍃🍂🌾 *सर्व शेतकऱ्यांना कळविण्यात अत्यंत आनंद होतो की दरवर्षीप्रमाणे याही वर्षी प्र
*🌾☘️प्रधानमंत्री पीक विमा योजना रब्बी हंगाम 2024-25* 🌱🌿☘️🍀🎋🍃🍂🌾 *सर्व शेतकऱ्यांना कळविण्यात अत्यंत आनंद होतो की दरवर्षीप्रमाणे याही वर्षी प्र
read moreN S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} पहले कोई भी जाति नही थी, सबसे पहले 4 वर्ण थे, ये सब का काम के आधार पर निर्भर था, ये तो सनातन धर्म को तोड़ने की साज़िश रची गई, सादी विवाह के लिए हम सब ने अपने आप बाट लिया, जो काम करता था, वही जाती मानली, यह सरासर गलत है, धर्म व शास्त्र विरुद्ध हैं, यह व्यवस्था है, जाति नही है, सबका शरीर परम् पिता ने बिल्कुल एक सा बनाया है, और हम सदा से सर्वदा सनातन से हैं, आगे आप सब की बुद्धि व विचारधारा हैं, दोस किसी का नही, अब हर जाति व धर्म में विवाह हो रहे हैं, पूरी दुनिया का मालिक एक और हम सब उस मालिक के, सबका खून लाल, हा विधि, विकार, विचार, रहन-सहन, भाषा और बहुत कुछ अलग हो सकता है।। जय श्री राधेकृष्ण जी।। ©N S Yadav GoldMine #diwali_wishes {Bolo Ji Radhey Radhey} पहले कोई भी जाति नही थी, सबसे पहले 4 वर्ण थे, ये सब का काम के आधार पर निर्भर था, ये तो सनातन धर्म को
#diwali_wishes {Bolo Ji Radhey Radhey} पहले कोई भी जाति नही थी, सबसे पहले 4 वर्ण थे, ये सब का काम के आधार पर निर्भर था, ये तो सनातन धर्म को
read more