Find the Latest Status about ज्ञात्वा इत्यत्र कः प्रत्यय from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, ज्ञात्वा इत्यत्र कः प्रत्यय.
Anupama Jha
"काश" इच्छाओं का उपसर्ग है और "आस" प्रत्यय । #काश #आस #उपसर्ग #प्रत्यय #yqdidi #hindiquote #हिंदीकोट्स
#काश #आस #उपसर्ग #प्रत्यय #yqdidi #HindiQuote #हिंदीकोट्स
read morePnkj Dixit
🚩 ॐ 🚩 इन्द्रियाणि च संयम्य बकवत् पण्डितो नर: । देशकालबलं ज्ञात्वा सर्वकार्याणि साधयेत् ।। बुद्धिमान व्यक्ति को अपनी इन्द्रियों को वश में करके समय के अनुरूप बगुले के समान अपने कार्य को सिद्ध करना चाहिए ।। वन्दे वेद ॐ 🚩 कृण्वन्तो विश्वमार्यम्🚩 हरि ॐ🚩 ©Pnkj Dixit 🚩 ॐ 🚩 इन्द्रियाणि च संयम्य बकवत् पण्डितो नर: । देशकालबलं ज्ञात्वा सर्वकार्याणि साधयेत् ।। बुद्धिमान व्यक्ति को अपनी इन्द्रियों को वश
🚩 ॐ 🚩 इन्द्रियाणि च संयम्य बकवत् पण्डितो नर: । देशकालबलं ज्ञात्वा सर्वकार्याणि साधयेत् ।। बुद्धिमान व्यक्ति को अपनी इन्द्रियों को वश
read moreShravan Goud
।।सूक्तिसिन्धु।। मत्समः पातकी नास्ति पापघ्नी त्वत्समा न हि। एवं ज्ञात्वा महादेवि यथायोग्यं तथा कुरु ॥ हे महादेवी | मेरे समान कोई पातकी नहीं और तुम्हारे समान कोई पापहारिणी नहीं ऐसा जानकर जो उचित परे वो कीजिये । चैत्र नवरात्र एवम हिंदू नववर्ष की शुभकामनाएं, माता रानी हम सब पर कृपा दृष्टि बनाए रखना जय माता रानी की 🙏🙏 ।।सूक्तिसिन्धु।। मत्समः पातकी नास्ति पापघ्नी त्वत्समा न हि । एवं ज्ञात्वा महादेवि यथायोग्यं तथा कुरु ॥ O Goddess! There is no one as Falle
।।सूक्तिसिन्धु।। मत्समः पातकी नास्ति पापघ्नी त्वत्समा न हि । एवं ज्ञात्वा महादेवि यथायोग्यं तथा कुरु ॥ O Goddess! There is no one as Falle
read moreतुषार"आदित्य"
अटल शिव पसंद है मुझे। वो हठी इंद्र नही। स्वाभिमान पसंद है। कोई झूठा घमंड नही। तांड़व देख सकता हूँ मैं। अप्सराओं का नृत्य नही। खुशी से हलाहल पी लूंगा। मगर छल का अमृत नही। मुझे अपना हिमालय चाहिए। कोई दहशत वाला स्वर्ग नही। उपयुक्त सारे प्रत्यय स्वीकार है। अनुपयुक्त कोई उपसर्ग नही। अटल शिव पसंद है मुझे। वो हठी इंद्र नही। अटल शिव पसंद है मुझे। वो हठी इंद्र नही। स्वाभिमान पसंद है। कोई झूठा घमंड नही। तांड़व देख सकता हूँ मैं। अप्सराओं का नृत्य नही। खुशी से हलाहल प
अटल शिव पसंद है मुझे। वो हठी इंद्र नही। स्वाभिमान पसंद है। कोई झूठा घमंड नही। तांड़व देख सकता हूँ मैं। अप्सराओं का नृत्य नही। खुशी से हलाहल प #पसन्द #Shiv #lordshiva #नहीं
read moreDivyanshu Pathak
हमें इश्क़ के तीर से घायल कर दिया। हूर हुई धड़कन दिल पायल कर दिया। एक से दूसरे की बढ़ती शोभा कहते हैं! चाहतों के ज़ोर ने इकायल कर दिया। 'इकायल' एक नया शब्द है जिसका निर्माण आदर्णीय Ritu Vemuri ji ने किया है - मैंने इसे अर्थ देने की कोशिश की है आओ देखते हैं- यह एक मिश्रित शब्द
'इकायल' एक नया शब्द है जिसका निर्माण आदर्णीय Ritu Vemuri ji ने किया है - मैंने इसे अर्थ देने की कोशिश की है आओ देखते हैं- यह एक मिश्रित शब्द #yqdidi #YourQuoteAndMine #yqaestheticthoughts #ATcouplebg106
read moreDivyanshu Pathak
प्रेम पंथ की बनकर किताब तुम मेरे सामने आती हो ! एक अल्हड़ से मस्त भ्रमर को तुम पाठक कर जाती हो !! स्वर व्यंजन के शब्द जाल को चुपके से यार बिछाती हो ! सन्धी कर खुद हो समास तुम प्रत्यय मुझे बनाती हो !! क्रियाविशेषण सर्वनाम सब तुम उपसर्ग लगाती हो ! महाप्राण का कारक बन अन्तःस्थ हृदय हो जाती हो !! प्रेम पंथ की बनकर किताब तुम मेरे सामने आती हो ! एक अल्हड़ से मस्त भ्रमर को तुम पाठक कर जाती हो !! स्वर व्यंजन के शब्द जाल को चुपके से यार बि
प्रेम पंथ की बनकर किताब तुम मेरे सामने आती हो ! एक अल्हड़ से मस्त भ्रमर को तुम पाठक कर जाती हो !! स्वर व्यंजन के शब्द जाल को चुपके से यार बि #पंछी #व्याकरण #गुलिस्ताँ #पाठकपुराण #येरंगचाहतोंके
read morevishnu prabhakar singh
कैसी शिष्टता परा सी जो घर,आँगन के अनुकूल हो जिसकी व्याख्या तो दूर घर,आँगन विचार भी न करता हो इस अनोखी असंवेदनशीलता में मेरी शिक्षा समर्पित है मेरे अंश को चन्द्रकला बनकर मेरे वंश को लक्ष्मीबाई बनकर मेरा स्वरूप स्वयमेव प्रविष्ट है। परा-एक प्रत्यय जो विपरीत अर्थ देता है।जैसे,पराजय 💕🐰#प्रकृति🐰🍫#प्रथा🍫🐿☕ 💕#अपरा💕🐇🍫#स्त्री🐰🐿🌧🐰🍫#परी🐿🐇🌧🐰💕#शक्ति🍫🐿 शिव को अपने पैरों से रौंदने वा
परा-एक प्रत्यय जो विपरीत अर्थ देता है।जैसे,पराजय 💕🐰प्रकृति🐰🍫प्रथा🍫🐿☕ 💕अपरा💕🐇🍫स्त्री🐰🐿🌧🐰🍫परी🐿🐇🌧🐰💕शक्ति🍫🐿 शिव को अपने पैरों से रौंदने वा #yqdidi #YourQuoteAndMine
read more