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Urooj Khan
White शक,, किसी भी रिश्ते में लगी उस दीमक की तरह है, जो उस रिश्ते को अंदर ही अंदर कमजोर बहुत कमजोर कर देता है, ज़ब तक इस बात का आभास होता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है, सिवाय पछतावे के कुछ हाथ नही लगता है ज़ब गलतफहमीयों का सिलसिला बड़ जाता है तब चाहे कोई भी रिश्ता क्यूँ ना हो जिसकी बुनियाद प्यार हो, टूट ही जाता है अगर उन गलतफहमीयों को समय रहते दूर न किया जाए ऐसा ही कुछ इस धारावाहिक के नायक और नायिका की जिंदगी में भी हुआ, जिनके दरमियान प्यार तो बहुत था लेकिन कुछ गलत फेहमीयों के चलते उनका रिश्ता टूटने की कगार पर आन पंहुचा आइये जानते है क्या उनके बीच की गलत फेहमीया दूर हो जाएंगी, आखिर क्या वजह रही जो उनके दरमियान शक नामी कीड़े ने घर बना लिया क्या इसकी वजह किसी तीसरे का उनके दरमियान आ जाना था, जानने के लिए शुरू करते है, धारावाहिक वो हमसफ़र का पहला भाग ©Urooj Khan #धारावाहिक को पढ़ने के लिए लिंक पर click करे धन्यवाद https://pratilipi.page.link/NeBAArUL71s8djUW9
Sandeep Sagar
White आधा चांद आधा सूरज आधा मैं बंजारों सा आधी आधी दुनिया फिर भी पूरी तुम इन तारों सा।। ©Sandeep Sagar #Moon सागर की डायरी से
Sandeep Sagar
White गिरे आँखों से आँसू तो लगे बहने लगी नदियाँ कि जैसे बिन तुम्हारे कट गयी मेरी पूरी सदियाँ वो मेरी भूल थी जो तुमको मैंने प्यार था समझा नहीं तो यूँ गुजर जाती थी एक तूफ़ाँ भरी रतियाँ। मुझे अब ख़्वाब भी वो लगने लगे है यूँ परायों से की जैसे तितलियाँ उड़ने लगी है इन सरायों से तुम्हे मैं दूँ बना एक आदमी वो भी मुन्तशिर सा मगर ना दूँ तुम्हें वो दिल जो तुम भरते थे किरायों से। मुझे अब एक नदी सी घाट घाट दरिया में जानी है पहाड़ों,पेड़ पर जाना खुद ही पंछी सी ठानी है वो एक पर्वत के पीछे एक बड़ी सी शांत घाटी है वही जीना वही मरना यही बस जिंदगानी है।। ©Sandeep Sagar #Road सागर की डायरी से
Sandeep Sagar
Night sms quotes messages in hindi नींद पकड़ के बैठा हूँ मैं,इन काली सी रातों में जाने क्यों एक टीस उठा है,ख्वाबों वाली बातों में ये ख़्वाब ख़्वाब ही होते है,ना होते है ये संजीदा फिर क्यूँ मेरी आँखें हुई लाल,इन ख़्वाबो की मुलाकातों में।। क्या मैं तुमको ढूँढ रहा था,या मैं खुद की परछाई या फिर खुद की देख हकीक़त आँख बंद से खुल आई मैंने बस एक डर देखा था,डर भी वो नादान सा था जाग के भागा था जिस डर से,फिर वही डर आँखों में आई।। ©Sandeep Sagar सागर की डायरी से
Azaad Pooran Singh Rajawat
"सागर सुंदर लगता है साहिल पर खड़े निहारता रहूं मैं दूर होने को दिल नहीं करता है सागर सुंदर लगता है।" "सृष्टि संरचना में सागर अहम है, हमें सागर के सौंदर्य को बचाए रखने का संकल्प लेना चाहिए।" ©Azaad Pooran Singh Rajawat #boatclub# सागर किनारे #