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Ashok Verma "Hamdard"
White अभी मिट्टी से जुदा हुआ नहीं हूँ, थका हूँ पर कहीं रुका नहीं हूँ। गिराया वक्त ने, संभलता गया मैं, हारा जरूर हूँ, मगर झुका नहीं हूँ। तेरी राहों का राही बनूं कैसे, मैं कारवां हूँ, मगर रास्ता नहीं हूँ। बिखरने की सज़ा वक्त ने दी है, मगर ख़ुद में मैं अब तक मिटा नहीं हूँ। पिता का अक्स हूँ, पहचान यही है, पर अब तक खुद को तराशा नहीं हूँ। मंजिल मेरी भी होगी एक दिन, सफ़र में हूँ, पर अभी ठहरा नहीं हूँ। भूखा हूँ पर गैर का लूटूं ये मुमकिन नहीं, मैं मेहनत का हूँ, सौदा सस्ता नहीं हूँ। तुम संग हूँ, पर दिल से दूर हूँ शायद, खुद का भी हूँ, तेरा भी पूरा नहीं हूँ। अशोक वर्मा "हमदर्द " ©Ashok Verma "Hamdard" मिट्टी से जुड़ा हुआ हूं मैं
मिट्टी से जुड़ा हुआ हूं मैं
read moreKiran Chaudhary
मैं कोई एक बहुत अच्छी ज़िन्दगी नहीं चाहती, मैं बस एक ज़िन्दगी चाहती हूँ, शांति वाली।। ©Kiran Chaudhary मैं बस एक ज़िन्दगी चाहती हूं..
मैं बस एक ज़िन्दगी चाहती हूं..
read moreRajesh Arora
........... ©Rajesh Arora तूं तूं मैं मैं 'कॉमेडी' 'कॉमेडी जोक्स' शायरी चुटकुले फनी शायरी जोक्स
तूं तूं मैं मैं 'कॉमेडी' 'कॉमेडी जोक्स' शायरी चुटकुले फनी शायरी जोक्स
read moreLalit Saxena
बढ़ गई है आजकल औकात हमारी थाने में कल हुई है दरयाफ़्त हमारी मुंसिफ़ को है मालूम पेशेवर गवाह है शायद करेगा वो ही शनाख़्त हमारी इस झूठ के शहर से परेशान हैं बहुत सच की रही है आदत हज़रात हमारी आदमी होना है अगर जुर्म तो कुबूल और क्या होनी है तहक़ीक़ात हमारी बस्ती है ये प्यार की,आबोहवा बेहतर पूछी न जाए मज़हब ओ जात हमारी एक रोज़ तो सुनें, दिल की ख्वाहिशें एक बार तो पढ़िए दरख़्वास्त हमारी ©Lalit Saxena शायरी दिल से
शायरी दिल से
read moreSarvesh kumar kashyap
🤷 मैं हूं दिल है और..🤔 #Best Poetry #Trending #shayri #status #Emotional
read moreगुरु देव[Alone Shayar]
मैं भी इंशान हूं.. || Bewafai_Shayari_collection #status shayari #Music #trendingshorts #Shorts हिंदी शायरी 'दर्द भरी शायरी' शायरी हिंदी म
read moreAjay Tanwar Mehrana
पागल हूं क्योंकि प्यार पाया है मैंने तुम सयाने तो बहुत कुछ खो बैठे । शौला हूं क्योंकि शौर्य पाया है मैंने तुम शीतल बर्फ बेवजह पिघल बैठे । गंवार हूं क्योंकि शहर गंवाया है मैंने तुम तो गांव को छोड़ शहर जा बैठे । रुग्ण हूं क्योंकि वो रोग पाया है मैंने जिसे सब लोग अपराध कह बैठे । जिद्दी हूं क्योंकि जिस्म पाया है मैंने तुम सहज शील खुद को ही खो बैठे । ©Ajay Tanwar Mehrana poetry in hindi पागल हूं मैं
poetry in hindi पागल हूं मैं
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