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Shashi Bhushan Mishra
सही-सही दो टूक कहा, दर्दे दिल को हूक कहा, जली दूध से जुबां हमारी, पियो छाछ भी फूंक कहा, ज़ुल्म देखकर भी चुप बैठे, अभिभावक को मूक कहा, कोयल की मीठी बोली पर, पीड़ा को भी कूक कहा, सीख नहीं पाए अतीत से, ग़लती को भी चूक कहा, इन्सां की बदहाली देखी, बक्से को संदूक कहा, 'गुंजन' हुई मुहब्बत अंधी, गदहे को माशूक़ कहा, -शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra #सही-सही दो टूक कहा#
#सही-सही दो टूक कहा#
read moreUrmeela Raikwar (parihar)
White ऊपर आकाश, निचे धरती, बीच मैं, मै और मैरा प्रेम, कहां ले जाऊँ इसे wrote by Urmee ki Diary ©Urmeela Raikwar (parihar) #sad_quotes कहा ले जाऊँ?
#sad_quotes कहा ले जाऊँ?
read morekomal borkar
White समाजसुधारक महात्मा फुले मुलींसाठी शाळा सुरू करून स्त्रीमुक्तीचा मार्ग दाखविला पाण्याचा हौद चालू करून, अस्पृश्यांचा नवा इतिहास घडविला... सावत्रीआईना शिकवून नवा आदर्श समाजासमोर ठेवला नाव्ह्यांचा संप घडवून , अनिष्ठ रुढीपरंपरेचा त्याग केला... मनुवाद्यांशी लढा देऊन मूलनिवासी लोकांना न्याय दिला विधवा पुनर्विवाह करून महिलांचा सन्मान केला... बहुजनासाठी शाळा सुरू करुन मनुवाद्यांवर घणाघाती प्रहार केला सत्यशोधक समाजाची स्थापना करुन, सत्य आणि मानवतेचा लढा दिला... शिक्षणासाठी वस्तीगृह चालू करुन अनेकांचा उध्दार केला गुलामगिरीला नष्ट करून, बहुजनांचा क्रांतिकारक होऊन गेला... ©komal borkar #sad_quotes समाजसुधारक महात्मा फुले मराठी कविता
#sad_quotes समाजसुधारक महात्मा फुले मराठी कविता
read moreSatish Kumar Meena
White मैं झुक क्या गया, दुनियां कमजोर समझने लगी। अभी वक्त गया नहीं,, घड़ियां लौटकर आने लगी। मैं अकेला छोड़ चला था, मेरे अंदर के घरवालों को। अब उठने की बारी है,, दिखाना है दुनियां वालों को। कायनात भी देखेगी अब, चिंगारी किसने जलाई है। कुछ बनकर आया हूं,, खुदा ने ईदी बरसाई है।। ©Satish Kumar Meena चिंगारी किसने जलाई है
चिंगारी किसने जलाई है
read moreRAVI PRAKASH
White सच कहा था किसी ने तन्हाई में जीना सीख लो मोहब्बत जितनी भी सच्ची हो साथ छोड़ ही जाती है ©RAVI PRAKASH #sad_quotes सच कहा
#sad_quotes सच कहा
read moreParasram Arora
White बाज़ार की चहल पहल देखने मे दिन ग़ुजर जाता हैँ मेरा किसी तरह मंदिरो मे जाकर माथा टेकने की मेरे पास फुरसत हैँ कहा ? ये मेहरबानी हैँ उस पर्वरदिगार की कि उसने. मुझे जीने का अवसर नवाज़ा हैँ वरना इस तगदिल दुनिया मे खुदक्शी करने की जगह बची हैँ कहा? ©Parasram Arora जगह बची हैँ कहा?
जगह बची हैँ कहा?
read moreAJEET KUMAR
गांधी को मनना छोड़ दो आज से desh bhakti geet Kalki Aaj Ka Panchang desh bhakti shayari bhakti songs
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