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Aabid Khan
INDIA CORE NEWS
Rameshkumar Mehra Mehra
White रास्ते कहां खतम होते है..... जिन्दगी के सफर में....! मंजिल तो बही है...!! जहां ख्वाहिश थम जाए..... ©Rameshkumar Mehra Mehra # रास्ते कहां खत्म होते है,जिन्दगी के सफर में,मंजिल तो बही है,जहाँ ख्वाहिशे थम जाए......
Ashutosh Mishra
White मैं सड़क पर पड़ा कोई पत्थर नही जो ठोकर मार आगे बढ़ गए पीछे मुड़ कर दे,,,,,,, मेरे सीने में भी एक दिल धड़कता है। अलफ़ाज मेरे✍️🙏🙏 ©Ashutosh Mishra #Road मैं सड़क पर पत्थर नहीं जो ठोकर मार आगे बढ़ गए पीछे मुड़ कर देख,,,, मेरे सीने में भी एक दिल धड़कता है #सड़क #पत्थर #ठोकर #पीछे #सीने
Shivkumar
White छोटी छोटी बाते करके बड़े कहां से हो जाओगे । पतली गलियों से निकलो तो सड़क पर आओगे ।। ©Shivkumar #Road #रोड #Nojoto #nojotohindi #shayri #शायरी छोटी छोटी #बातें करके बड़े कहां से हो जाओगे । पतली #गलियों से निकलो तो #सड़क पर आओगे ।।
Anjali Singhal
Ashutosh Mishra
White ना ज़ाने कब हम इतने करीब आ गए यूं ही साथ चलते चलते। अहसास हुआ मगर दूर जाने के बाद कितने अजीब हैं ये प्यार के रास्ते। अल्फ़ाज मेरे✍️🙏🙏 ©Ashutosh Mishra #Road ना जाने कब इतने करीब आ गए यूं ही साथ चलते चलते। अहसास हुआ तब जब हम दूर हो गए कितने मासूम हैं ये प्यार के रास्ते। #रास्ते #साथ चलते च
INDIA CORE NEWS
paras Dlonelystar
White जाना कहां है,खबर ही नहीं लापता है पल दो पल की ज़िंदगी ना हमसफ़र,ना साथ किसी का मिला ढूंढे कहां,यहां,हर मोड़ अज़नबी ©paras Dlonelystar #parasd #2024year #MidnightMusings #मोड़ #अजनबी #कहां
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
White गीत :- मानव सेवा करने को अब , कितने हैं तैयार । देख रहा हूँ गली मुहल्ले , होता खूब प्रचार ।। मानव सेवा करने को अब... हम आज तुम्हारे शुभचिंतक , करो न हमसे बैर । सबको हृदय बसाकर रखता , कहीं न कोई गैर ।। पाँच-साल में जब भी मौका, मिलता आता द्वार । खोल हृदय के पट दिखलाता , तुमको अपना प्यार ।। मानव सेवा करने को अब ... देखो ढ़ोंगी और लालची , उतरे हैं मैदान । उनकी मीठी बातों में अब , आना मत इंसान ।। मुझको कहकर भला बुरा वह , लेंगें तुमको जीत । पर उनकी बातें मत सुनना, होगी तेरी हार । मानव सेवा करने को अब..... सब ही ऐसा कहकर जाते , किसकी माने बात । सच कहते हो कैसे मानूँ , नहीं करोगे घात ।। अब जागरूक है ये जनता ,ये तेरा व्यापार । अपनों को तो भूल गये हो , हमे दिखाओ प्यार ।। मानव सेवा करने को अब .... सच्ची-सच्ची बात बताओ , इस दौलत का राज । मुश्किल हमको रोटी होती , सफल तुम्हारे काज ।। सम्पत्तिन तुम्हारे पिता की, और नहीं व्यापार । हमकों मीठी बात बताकर , लूटो देश हमार । मानव सेवा करने को अब..... मानव सेवा करने को अब , कितने हैं तैयार । देख रहा हूँ गली मुहल्ले , होता खूब प्रचार ।। २०/०४/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR मानव सेवा करने को अब , कितने हैं तैयार । देख रहा हूँ गली मुहल्ले , होता खूब प्रचार ।। मानव सेवा करने को अब... हम आज तुम्हारे शुभचिंतक ,