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New 'रामायण श्लोक इन संस्कृत' Quotes, Status, Photo, Video

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Unique Gaurav

#friends मोटिवेशनल कोट्स इन इंग्लिश मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी

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यह जान लो संगत का असर आएगा ही आएगा, इसलिए जो माहौल में आप रह रहे हैं, जो आपके दोस्त हैं सोच समझकर चुनो।

©Unique Gaurav #friends  मोटिवेशनल कोट्स इन इंग्लिश मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी

Asheesh Mishra

हरि ब्यापक सर्बत्र समाना।
 प्रेम तें प्रगट होहिं मैं जाना॥
देस काल दिसि बिदिसिहु माहीं।
 कहहु सो कहाँ जहाँ प्रभु नाहीं॥

भावार्थ-
"मैं तो यह जानता हूँ कि भगवान
 सब जगह समान रूप से व्यापक हैं,
 प्रेम से वे प्रकट हो जाते हैं,
 देश, काल, दिशा, विदिशा में बताओ,
 ऐसी जगह कहाँ है, 
जहाँ प्रभु न हों।"













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©Asheesh Mishra #राम #रामचरितमानस #रामायण

Kuchh Panne Zindagi Ke

#GoodMorning मोटिवेशनल कविता इन हिंदी मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी

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White वहम और अहम में फर्क बस इतना होता है कि 
वहम इंसान को तब होता है जब कोई उसके लिए ख़ास होता है 
और अहम तब होता है जब इंसान दूसरों के लिए ख़ास होता है।

©Kuchh Panne Zindagi Ke #GoodMorning  मोटिवेशनल कविता इन हिंदी मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी

Mishra Agency

कोट्स इन हिंदी

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बेटी बहु बहुत पढी लिखी हो , न हो  
लेकिन संस्कारी 
 होनी चाहिए 
वरना परिवार के नाम नहीं 
बच्चों की सही दिशा-निर्देशन नहीं 
सास ससुर की सेवा नहीं 
ननद‌ _जेठ _देवर की बात ही छोड़िए 
Reel अवश्य बन जाते हैं,

©Mishra Agency  कोट्स इन हिंदी

पंडित रामायण भजन

#snow पंडित रामायण भजन

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Unsplash पंडित रामायण भजन

©पंडित रामायण भजन #snow पंडित रामायण भजन

RAVI Kumar

सुविचार इन हिंदी

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सुप्रभात  दिन शुभ हो।

©RAVI Kumar  सुविचार इन हिंदी

Singer Er Jk nigam

मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर सक्सेस मोटिवेशनल कविता इन हिंदी मोटिवेशनल कोट्स इन इंग्लिश

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संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु

स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक नाना नानी के गांव मातामही मातामहः विधा विचार भाव वास्तविक #Trending #wellwisher_taru Po

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White मातामही मातामहः ग्राम:
अहं तत् क्षणं बहु मधुरं मन्ये यः ग्रामे निवसति स्म 
पन्थाने कृषिक्षेत्राणि,कोष्ठानि च गृहीतः, 
मया सः क्षणः वास्तवमेव अतीव मधुरः
 इति ज्ञातम्। 
पूर्वं यदा मम मातामही मातामहः ग्रामः 
अहं बाल्यकाले गच्छामि स्म,
हिन्दी अनुवाद 
नाना नानी के गांव
वो क्षण ही बड़ा प्यारा लगा करता था 
जो गांव में बिता करता था 
पगडंडी पर खेत खलिहानों का 
जायजा लिया जाता था,
सच वो क्षण बड़ा ही प्यारा लगा 
करता था जब नाना नानी के गांव 
बचपन में जाना हुआ करता था,

©संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित 
शीर्षक 
नाना नानी के गांव
मातामही मातामहः
विधा विचार 
भाव वास्तविक 
#Trending #wellwisher_taru #Po

Jitendra Giri Hindu

"संस्कृत उद्धरण: ज्ञान और प्रेरणा का स्रोत" संस्कृत, उद्धरण, ज्ञान, प्रेरणा, जीवन, धर्म, सत्य, विनय, कर्म, संस्कृति, शांति, राजा, उत्कर्ष, स

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TeacherShailesh

श्रीमदभागवत गीता अध्याय 10 श्लोक 42 #geetagyan #teachershailesh #supersamvaad#टीचरशैलेश

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