Find the Latest Status about चतुर्थेश की दशा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, चतुर्थेश की दशा.
DHEERAJ KUMAR MISHRA
वाह रे! मोदी जी आप की कथनी और करनी में बहुत ही फर्क दिखता है, जो व्यक्ति गरीब मजदूरों को घर वापसी के लिए पैसे ले सकता है वह भला यह वादा करें कि मैं उनको दो वक्त का खाना दूंगा और 3 महीने का राशन फ्री दूंगा यह भला कैसे माना जा सकता है। मुझे तो ऐसा लगता है कि इसमें बहुत ही बड़ी संयंत्र है जो कि बीजेपी कर रही है। यह कि मैं फ्री राशन दूंगा फ्री खाना दूंगा, हो सकता है कि सरकारी खजाने से पैसे लेकर उस पैसों को अपने में बांट लिया जाए और गरीबों तक उसका हक का पैसा ना पहुंचे। अतः आप सतर्क रहें सावधान रहें और अपने हक की लड़ाई लड़ते रहें। धन्यवाद। 😡😡😡😡 गरीबी की दशा
Pagal
मुफलिसी में भी ये , मुस्कुराते बहुत है कभी जाओ गर इनके यहां तो पते चले कि गरीब भले ही हो पर इज्जत देते बहुत है.. @पागल@ ग़रीबी की दशा
sneh Kumar Singh
#Motivation पल गंवा बैठे हम चलते रहें जीवन पथ पर। विराम आराम सब हराम जीने के पथ पर । मिला न सुकून अब तक जिंदगी के अंधेरे में। उमस था हृदय में पर काया साथ नहीं दिया जीवन में। हाय जीवन किया मरते रहे जीवन के पथ में। त्राहिमय जीवन की दशा ।
पूर्णिमा
Urmila ki manodasha . मन में उठती व्याकुलता ओ को अब किससे मैं कह दू मन इतना जायदा विचलित है मैं कितना जायदा रो लू प्रियतम बिन एक पल भी लगता है सौ बरस सा चदौहा वर्ष उनके विरहा अब कैसे मैं सहलू मन इतना ज्यादा विचलित है .... ले जाते मुझे जो वन अगर मैं संग में विचरण करती पाव में चुभते काटे अगर मैं फिर खुश रह लेती मैं घास फूस और शैल की चट्टानों पर सो ली वन उपवन में रहे रहकर मैं ऐसे खुश रह लेती ए भवन महल अटारी लगता मुझको निष्काम है एक फूलों के बिस्तर भी लगता कंकर समान है कब आएंगे लखन मेरे मैं हर पाल मार्ग निहारता हूं उनकी बिन कितनी अधूरी है उनसे कहना चाहती हूं ....pu ©पूर्णिमा #उर्मिला की मनो दशा#
Komal Sah
दलित दब रही थीं जिनकी आवाज कहीं, आज उनकी जिंदगी में हुए हैंबदलाव कई, जिनको दलित कहकर सभी ने बुलाया, यह दुख तो अपने बाबा साहेब ने भी हैं पाया... गुलाम बनावा दुर्तकार दिया, दलितों का बुरा हाल किया, गरीबी को उनका कर्म कहा, उन पर अपनी इच्छानुसार जुल्म किया, मुहँ से वो कुछ न बोल सकें, क्योंकि पीछे थे उन्हें सभी छोड़ चुकें... दलितो के लिए जिसने कदम बढ़ाया, वो तो इकलौता बाबा साहेब ही था आया, जिनकी छाया तक न थीं किसी को रास आई, छुआछुत ने भी था इन्हें बड़ा सताया... बाबा साहेब की मेहनत भी रंग लाई, कड़ी मेहनत के बाद, दलितों को भी समाज में जगह मिल पाई, इन्होंनें ही दलितों को।सम्मान दिलाया, दलितों को उनकी खोई हुईं जिंदगी से जा मिलाया... आज तक याद हैं सभी अम्बेंडकर जी की कहानी, क्योंकि, उन्होंने दलितों के नाम कर दी अपनी जिंदगानी। _कोमल साह तृतीय वर्षीय छात्रा (श्याम लाल कॉलेज) #दलितों #की दशा😔....#nojotoapp