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Dr.Laxmi Kant trivedi (lucky)
है सब कुछ छिन गया फिर भी कसम से याद आती है करी शैतानियों का, एक इतिहास बाकी है ना कल की थी फिकर, हमको ना थी परवाह लोंगो की वो एक बचपन ही था जिसमें करी पूरी तमन्ना जो सोची 💐 🌷 ❤ बाल दिवस की ढेरों शुभकामनायें ❤️ बाल दिवस पर #
Haleema Ali
आपके विचारों के सहयोग से🌹 इस बाल दिवस👶 कुछ ऐसा करें,,, प्रत्येक बाल,, मुस्कुराकर झूमें😁 #Shiksha की हर डाल,,📖💡 हैप्पी बाल दिवस,, हलीमा हैप्पी बाल दिवस #बाल#दिवस
sachin mishra
#HappyChildrensDay बड़े से बड़े काण्ड में बाल बाल बचे लोगो को भी बाल दिवस की शुभकामनाएं😶 √sachinMishra💞 बाल दिवस
KL PRAJAPAT
बचपन और शैतानी हमे तो आज उन कागज़ों पे बहुत प्यार आता है। जो रददी के भाव बिक गए अब ढूंढते है कि कहा गए वो दिन।। बाल दिवस
Shreya Tripathi
बचपन का ज़माना था खुशियों का फ़साना था न किसी से दुश्मनी थी न कोई बेगाना था बस माशूम सी मुस्कुराहट का सारा अफ़साना था.. बाल दिवस की शुभकामनाएं🌹 #NojotoQuote बाल दिवस
डॉ राघवेन्द्र
Happy Childrens Day "आज की डायरी" ✍️🌷बाल दिवस✍️🌷 "बेफ़िक्र होकर फ़िर से जीना चाहता है । ये ज़िंदगी फ़िर से वही बचपना चाहता है । बेवजह ही उन दोस्तों से लड़ना चाहता है । ये जिंदगी फ़िर से वही बचपना चाहता है ।। ना घर की सुध ना खाने की याद आती थी , जब खेलने में सुबह -शाम गुज़र जाती थी , माँ के आँचल में फ़िर से छुपना चाहता है।। ये ज़िंदगी फ़िर वही............(१) भाई बहनों के साथ जब लड़ते रहते थे हम , चोट लग जाये तो साथ खुद भी रोते थे हम , पापा की डांट से फ़िर से बचाना चाहता है ।। ये जिंदगी फ़िर वही............(२) बचपने में बड़े होने की दुआ करना गलत था , अब समझ आया की वो सफ़र कितना सरल था , खो गया जो बचपन फ़िर से वही पाना चाहता है।। ये जिंदगी फ़िर वही.............(३) 💐💐 बाल दिवस की आपको ढेरों शुभ कामनाएं💐💐 ✍️नीरज✍️ ©डॉ राघवेन्द्र बाल दिवस
Rashmi rati
फुटपाथ पे बैठा कोमल मन हाँ मैंने देखा है बचपन....... भट्टों पर धूल फांकते होटल में प्लेट मांजते बोझे का भार उठाते सड़कों पर आवाज लगाते भुखमरी अशिक्षा के पहरों मेें वो बेरंग मलिन चेहरों में वो गाँव गली शहरों में वो भविष्य के गहन अंधेरों में वो कभी सर्दी से खुद को बचाते कभी जादूगरी दिखाते कभी मुट्ठी को अपनी भींचते कभी भरने को पेट चीखते हाँ मैंने.................. ©Rashmi rati #बाल दिवस