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Nk
देख तेरी बर्बादी के चर्चे करने मैं इस महफ़िल आया हूं देख मेरी ये दिल की फितरत दिल मे कूट कर भरी है नफरत पर ज़ुबा से कुछ न कह पाया हूं देख तेरी बर्बादी के चर्चे करने मैं इस महफिल मैं आया हु nk तेरे चर्चे
lovit Ans..
तेरे रहगुजर के चर्चे हर रोज होते है कई घायल तो कई बेहोश होते है। मत निकला कर तू अब मेरे भी गलियों से। तुझे देख कर हम भी मदहोश होते है तेरे रहगुजर के चर्चे @lovit_ans
@Md.Aman
उस बद दिल का क्या करे कोई जिसका लाहौर में भी दिल न लगे अहमद फ़रहाद ©@Abdul Hakim #लाहौर
Balraj Chaprana
जिस दिन भी तेरे बारे में चर्चा होता है। यकीन करो मेंखाने में बहुत खर्चा होता है।blrj तेरे चर्चे पर खर्चा होता है..
Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""
बमुश्किल इश्क के रास्ते चले, जो गुजरे हैं, हम दोनो के दरमियां ये पल, हर पल में मुस्कुराते चले, वो रास्ते तो तेरे इश्क के थे, हम तो बस तेरे वास्ते चले....! तेरे वास्ते चले.......!
B.L Parihar
कुछ नहीं जानता मैं उस के बारे में, बस अदाओं से लगता है कि वो लाहौर की थी #लाहौर की
snigdha rudra
अब सपने नहीं आते आती हैं तो बस कुछ यादें अब हिचकियाँ नहीं आती आती हैं तो बस कुछ बातें अब मिलने को वो पलक्षिण नहीं आते आती हैं तो बस गुजरें लम्हें... कितना कुछ बदल गया हैं न? बस एक तुम्हारे चले जाने से... कुछ कागज पर लिख देना और दूसरे ही पल मरोड़ कर गुस्से में फेंक देना हां ,यही करते थे हम... पीछे मुड़कर देखना कही तुमने मुड़कर मुझ देखा या नहीं? कितना कुछ सह लिया बस ,तुम्हारे जाने के बाद... कुछ कहा था तुमनें हौलें से मेरे कान बजे थे या सचमुच कुछ कह ही दिया था तुमने?... चिकोटी काटना फिर खुद ही मांफी मांगना हां,कुछ तो बदला हैं एक तुम्हारे चले जाने से.... खिड़की से जो तुमने आवाज दी थी पलट कर मेरा फिर लौटना शायद कुछ बातें अधूरी रह गई थी हां,हां,याद आया आज भी वो बातें अधूरी ही हैं.. बस ,अब पूरी कैसे होगीं जो तुम नहीं हो सबकुछ बदल गया सिर्फ एक तुम्हारे चले जाने से...। दिल के अल्फाज़....रूद्रा की कलम से ✒ ©snigdha rudra तेरे चले जाने से.....
Shivansh Sharma
हुए खत्म क्या चर्चे तेरे बातें नहीं रहीं। पहले से दिन ही क्या रातें नहीं रहीं। देखे हुए खुद को एक मुद्दत सी हो गई। आज मिला है आईना तो आंखें नहीं रहीं। शिकवे हजार करने थे तुमसे गले मिलकर। लेकिन अब इंतजार में बाहें नहीं रहीं। हम आज भी तुझको चाहते बहुत। ये अलग है आंसू और आहें नहीं रहीं। हुए खत्म क्या चर्चे तेरे बातें नहीं रही