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Vishal Thamke

#अमर राठोड जी लिरिक्स अँड कंपोजीशन विशाल ठमके# #म्यूज़िक

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Vikas Sharma Shivaaya'

"ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।" तुझे सूरज कहूँ या चंदा-तुझे दीप कहूँ या तारा-मेरा नाम करेगा रोशन-जग में मेरा

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"ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।" 

तुझे सूरज कहूँ या चंदा-तुझे दीप कहूँ या तारा-मेरा नाम करेगा रोशन-जग में मेरा राज दुलारा-तुझे सूरज कहूँ या चंदा-तुझे दीप कहूँ या तारा-मेरा नाम करेगा रोशन-जग में मेरा राज दुलारा

मैं कब से तरस रहा था-मेरे आँगन में कोई खेले-नन्ही सी हँसी के बदले-मेरी सारी दुनिया ले ले-तेरे संग झूल रहा है-मेरी बाहों में जग सारा-मेरा नाम करेगा रोशन-जग में मेरा राज दुलारा
तुझे सूरज कहूँ या चंदा-तुझे दीप कहूँ या तारा-मेरा नाम करेगा रोशन-जग में मेरा राज दुलारा

आज ऊँगली ठमके तेरी-तुझे मैं चलना सीख लो-कल हाथ पकड़ना मेरा-जब मैं बूढ़ा हो जाऊ-तू मिला तोह मैंने पाया-जीने का नया सहारा-मेरा नाम करेगा रोशन-जग में मेरा राज दुलारा
तुझे सूरज कहूँ या चंदा-तुझे दीप कहूँ या तारा-मेरा नाम करेगा रोशन-जग में मेरा राज दुलारा

मेरे बाद भी इस दुनिया में-जिन्दा मेरा नाम रहेगा-जो भी तुझको देखेगा-तुझे मेरा लाल कहेगा-तेरे रूप में मिल जायेगा-मुझको जीवन दो बार-मेरा नाम करेगा रोशन-जग में मेरा राज दुलारा-तुझे सूरज कहूँ या चंदा-तुझे दीप कहूँ या तारा-मेरा नाम करेगा रोशन-जग में मेरा राज दुलारा.

🙏 बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹

©Vikas Sharma Shivaaya' "ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।" 

तुझे सूरज कहूँ या चंदा-तुझे दीप कहूँ या तारा-मेरा नाम करेगा रोशन-जग में मेरा

Sarita Shreyasi

विद्यालय में सभी बच्चों को एक काम मिला, एक पौधा बाहर से लाकर अपने घर में लगाना था। राजू ने घर आते ही माँ को बताया और बोला कि कल मैं प्ले ग्र

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रात को अकेले में पौधा सोचता रहा, जिसदिन राजू जीत कर उसे लाया था, राजू के साथ पौधा भी खुश था कि राजू ने उसे जीता है, उस दूसरे बच्चे के पास अपना घर भी नहीं था, वह ले जाता तो कुछ दिन बाद कहीं छोड़ ही देता। पर आज उसे महसूस हो रहा था कि गमले में उपेक्षित पड़े रहने से, बिना किसी के ध्यान के कुदरत के रख-रखाव में, वह अपनी जमीन पर ही अच्छा था।
न किसी एक की राह तकता, न उपेक्षित महसूस करता।
(Read in Caption) विद्यालय में सभी बच्चों को एक काम मिला, एक पौधा बाहर से लाकर अपने घर में लगाना था। राजू ने घर आते ही माँ को बताया और बोला कि कल मैं प्ले ग्र
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