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Stories related to पंचतत्व प्रार्थना

Motivational indar jeet guru

ईश्वर सभी के लिए अच्छा करें यह प्रार्थना करना शुरू कर दें आपका कभी बुरा नहीं होगा ।

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White अगर आपको इस जहां से कुछ ले जाना है तो आपको सभी के लिए अच्छा सोचना होगा ।

©Motivational indar jeet group ईश्वर सभी के लिए अच्छा करें यह प्रार्थना करना शुरू कर दें आपका कभी बुरा नहीं होगा ।

Ghanshyam Ratre

प्रार्थना

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N S Yadav GoldMine

#SunSet {Bolo Ji Radhey Radhey} *"प्रार्थना"करते समय "व्यक्ति"का, "मंदिर"में होना"आवश्यक"नहीं..* *किंतु"व्यक्ति"के"मन"में "ईश्वर"का, होना

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a-person-standing-on-a-beach-at-sunset {Bolo Ji Radhey Radhey}
*"प्रार्थना"करते समय "व्यक्ति"का,
"मंदिर"में होना"आवश्यक"नहीं..*

 *किंतु"व्यक्ति"के"मन"में "ईश्वर"का,
होना "परम"आवश्यक"है..!!*     
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जय श्री राधेकृष्ण जी!!
N S Yadav GoldMine.

©N S Yadav GoldMine #SunSet {Bolo Ji Radhey Radhey}
*"प्रार्थना"करते समय "व्यक्ति"का,
"मंदिर"में होना"आवश्यक"नहीं..*

 *किंतु"व्यक्ति"के"मन"में "ईश्वर"का,
होना

Prashant Shakun "कातिब"

Writer म्हारी लाडो, शेरनी, शेरुआ, नंदू, नंदी, नंदिता, मोटी, मोटो, क्यूटी बच्चा... समय के साथ और भी नाम मिलते रहेंगे😂 छोटी सी परी के जैसी

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©Prashant Shakun "कातिब"  Writer 

म्हारी लाडो,
शेरनी, शेरुआ, नंदू, नंदी, नंदिता, मोटी, मोटो, क्यूटी बच्चा... समय के साथ और भी नाम मिलते रहेंगे😂

छोटी सी परी के जैसी

Sushma

#Ladki शाम घर आकर जब मशायद खुद को झड़ाया तो इतनी आँखें गिरी जमीं पर कुछ घूरती, कुछ रेंगती ,कुछ टटोलती मेरा तन मन कुछ आस्तीन में फंसी थी ,कुछ

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Unsplash शाम घर आकर जब मशायद खुद को झड़ाया तो
इतनी आँखें गिरी जमीं पर
कुछ घूरती, कुछ रेंगती ,कुछ टटोलती मेरा तन मन
कुछ आस्तीन में फंसी थी ,कुछ कॉलर में अटकी थी
कुछ उलझी थी बालों में
गर्दन के पीछे चिपकी मिली
कुछ उंगलियों में पोरों में, कुछ नशीली कुछ रसीली
कोई बेशर्मी से भरी हुई
ये आंखें ऐसी क्यों हैं? उनकी हमारी सी आंखें
पर इतना अंतर क्यों है?
मैं रोज़ प्रार्थना करती हूँ
कुछ न चिपका मिले मुझ पर
जैसी मैं सुबह जाती हूँ घर से ,
वैसे साफ सुथरी आऊं वापस
मगर ऐसा हो पाता नहीं
बोझ उठाये नजरों का हरदम
चलते रहना नियति है मेरी, शायद।

©Sushma #Ladki  शाम घर आकर जब मशायद खुद को झड़ाया तो
इतनी आँखें गिरी जमीं पर
कुछ घूरती, कुछ रेंगती ,कुछ टटोलती मेरा तन मन
कुछ आस्तीन में फंसी थी ,कुछ

Jeetal Shah

#poem दिसंबर की सर्दियों का जादू दिसंबर की सर्दियों का जादू, चिलचिलाती ठंड, और हरियाली का नजारा।

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White दिसंबर की सर्दियों का जादू

दिसंबर की सर्दियों का जादू,
चिलचिलाती ठंड, और हरियाली का नजारा।

साग-सब्जियों की बहार, और गरमा-गरम सूप का आनंद,
सर्दियों की रातों में भी, दिल को गरम रखने का मौसम।

क्रिसमस की धूम, और सांता क्लॉज़ की कहानी,
एक्समास ट्री की सजावट, और चर्च में प्रार्थना की धुन।

साल के अंत में, नए साल का स्वागत,
365 नए दिन, नए विचार, नए लक्ष्य, और नए सपने।

भूल जाने को पुराने दिन, और नए साल की शुरुआत,
नए संकल्पों के साथ, और नए जोश के साथ।

दिसंबर की सर्दियों का जादू,
हमें नए साल की ओर ले जाने का एक मौसम।

©Jeetal Shah #poem 
दिसंबर की सर्दियों का जादू


दिसंबर की सर्दियों का जादू,

चिलचिलाती ठंड, और हरियाली का नजारा।
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