Find the Latest Status about राजस्थान दिवस की फोटो from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, राजस्थान दिवस की फोटो.
Sunita Bishnolia
राजस्थान_दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं वीरां री भूमि मरु, है धोरां मैं प्यार। म्हारा राजस्थान मैं,रोज मनै त्योहार ।। चुनरी पीळा पोमचा,ओढ़ करां सिणगार। मारवाड़ री म्हे सुणो, हाँ मतवाली नार।। #राजस्थान दिवस #राजस्थान #दिवस
Hemant rajasthani
सोने की धरती अटे चांदी रो आसमान रंग रंगीलो रस भारियो म्हारो प्यारो राजस्थान राजस्थान दिवस री घणी घणी बधाइयां हेमन्त कुमावत राजस्थान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Chanchal
रंग- रंगीलो, छैल- छबीलो म्हारो राजस्थान राजस्थान दिवस की हार्दिक शुभकामनायें ©Chanchal राजस्थान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
sarika
राजस्थान री कहानी सुणावा थाने म्हाकीं जुबानी सर पर पगड़ी मूँछा पर ताव हैं मीठी बोली इ संस्कृति री पहचान हैं राजस्थान री माटी में शोर्य,बलिदान और स्वामी भक्ति रो भाव हैं घूंघट की ओट सू बाट जोतती ढोला मारू रो प्यार हैं,तो ओ हैं म्हाकों रंग रंगीलो प्यारो "राजस्थान" ©sarika राजस्थान दिवस
पवन आर्य
यह धरती हैं जवान और किसान की शूरवीर धरती जय-जय राजस्थान की इतिहास के पन्नों में इस धरती का, गौरव गान सबसे ऊंचा हैं, क्योंकि शूरवीरों ने इस माटी को,अपना खून देकर से सींचा हैं, यहां सदा अजर-अमर,महाराणा प्रताप का स्वाभिमान हैं, वीर शूरमा मारवाड़ का, भीष्मपितामह दुर्गादास महान हैं, इस माटी मे जन्मा राणा सांगा, जिसकी हिन्दूपत पहचान हैं, शब्दभेदी से मारा मोहम्मद गौरी को,वो पृथ्वीराज चौहान हैं, यहां खाटू श्याम की यात्राएं, और माताजी के मंदिर सजते हैं, हर साल गोगाजी और तेजाजी, के मन मोहक मेले लगते हैं, यहां आज भी जिंदा मर्यादित संस्कृति, सबके मन को भाती हैं, मेहमानों को दाल-बाटी-चूरमा और छाछ-राबड़ी बहुत लुभाती हैं, जब तक रहूं जिंदा सदा लिखूं तेरे लिए, यह मेरे अरमान हैं, हे राजस्थानी माटी तुजे पवन आर्य का, बार-बार प्रणाम हैं, आप सभी को "राजस्थान दिवस" की हार्दिक शुभकामनाएं ©पवन आर्य राजस्थान दिवस
kanta kumawat
30 मार्च राजस्थान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। अपनी कलम महक महला री मिट्टी मं खुशबू राजस्थान री। दूर- दूर मं सम्मान घणौ ,मीठी बोली राजस्थान री वीरा को रंग जीण मिट्टी मं बा धरती राजस्थान री। मत जावो प्रदेश ढोला गोरी कर पूकार घणी। केसरिया बालम मूंछ्या वाळो पगङी सूं पहचान बणी। मोठ -बाजरो, अन्न ऊपजावं बातां न्यारी किसान री। घूमर म्हारी सोवणी कालबेलिया मन मोवणी। हरियाली सूं प्रेम घणौ है ,अब बात अठ् सम्मान री। आयोङा रो मान राखंणू , बोली राम- राम री। महक महला री मिट्टी मं खुशबू राजस्थान री। दूर- दूर मं सम्मान घणौ मीठी बोली राजस्थान री। कान्ता कुमावत ©kanta kumawat राजस्थान दिवस