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New ताश के पत्तों की प्रायिकता Quotes, Status, Photo, Video

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unique writer

ले के खुशियों की बहार

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Anushka Rathore

नया साल 2025 की पहली शायरी भाभी के नाम

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Unsplash 
खेत में गिर गई चाबी 
 हैप्पी न्यू ईयर भाभी 
😘😘😚☺️😊😜

©Anushka Rathore नया साल 2025 की पहली शायरी भाभी के नाम

F M POETRY

#बड़ी अजीब है दरख़्त के पत्तों कि वफ़ा...

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Unsplash बड़ी अजीब है दरख़्त के पत्तों कि वफ़ा..

शाख गिर जाती है पर साथ नहीं छोड़ते ये..

यूसुफ़ आर खान.....

©F M POETRY #बड़ी अजीब है दरख़्त के पत्तों कि वफ़ा...

vksrivastav

दरख़्त पत्तों के बगैर जीनही सकते #Life #Trending #Videos #viral #शायरी #SAD #vksrivastav

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N S Yadav GoldMine

#sad_quotes {Bolo Ji Radhey Radhey} ताश का जोकर और अपनों की, ठोकर अक्सर बाजी घुमा देते हैं !! गुरुर किस बात का साहब आज मिट्टी के उपर तो

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White {Bolo Ji Radhey Radhey}
ताश का जोकर और अपनों की,
ठोकर अक्सर बाजी घुमा देते हैं !! 

गुरुर किस बात का साहब 
आज मिट्टी के उपर 
तो कल मिट्टी के निचे !!

©N S Yadav GoldMine #sad_quotes {Bolo Ji Radhey Radhey}
ताश का जोकर और अपनों की,
ठोकर अक्सर बाजी घुमा देते हैं !! 

गुरुर किस बात का साहब 
आज मिट्टी के उपर 
तो

CalmKrishna

✌️ #ताश #जिंदगी #खेल #संयोग life quotes quotes on life quotes life quotes in hindi

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White _____________

©CalmKrishna ✌️

#ताश #जिंदगी #खेल #संयोग 
  life quotes quotes on life quotes life quotes in hindi

kuldeepbabra

फूलों के गुना की खुशबू love shayari

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White स्कूल कितना भी खूबसूरत क्यों ना हो तारीफ उसके खुशबू की की जाती है

©kuldeepbabra फूलों के गुना की खुशबू love shayari

Umesh

🌸हारे के सहारे की जय🌸

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Kavi Himanshu Pandey

पत्तों, शब्द #beingoriginal Hindi

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नवनीत ठाकुर

#वक्त के आगोश में खोए लम्हों की सदा

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वक्त की आगोश में खोए लम्हों की सदा

दिन का उजाला काली रात में जब घुल सा जाता है,
काले बालों पर सफेदी का रंग यूं धीरे-धीरे छाता है।

दरख़्तों को देखता हूँ, जो कभी थे हरियाली की मिसाल,
अब बिन पत्तों के खड़े हैं, वक्त का ये भी एक हाल।
ग्रीष्म में जो राहगीरों को ठंडक पहुंचाते थे हर बार,
आज वो सूखे ढेरों में बदल गए, जैसे वक्त ने की है मार।

तब सोचता हूँ, तेरी खूबसूरती का क्या होगा अंजाम,
इस वक्त के साये में, रहेगा क्या तेरा कोई नाम? वक्त की धार हर हुस्न को मिटा के जाती है,
नई खुशबू के संग पुरानी यादों को दबा जाती है।

वक्त की दराँती से कौन बच सका है यहाँ,
किसे है खबर इस सफर की आखिरी मंजिल है कहां?
पर एक उम्मीद है, जो तेरी बनाए रखेगी पहचान,
 जो तेरा नाम यूं ही रोशन करेगी, वो है तेरी संतान।

©नवनीत ठाकुर #वक्त के आगोश में खोए लम्हों की सदा
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