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TARUN KUMAR VIMAL
नहीं चला रोहित का बल्ला, 9 रन बनाकर आउट. ©TARUN KUMAR VIMAL नहीं चला #रोहित का #बल्ला, 9 #रन बनाकर #आउट. #Cricket #tarun_kumar_vimal #tarunkumarvimal life quotes images
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read moreसूरज
साल की आखिरी बारिश के साथ ये साल भी चला गया ©सूरज #बारिश के साथ साल भी चला गया।
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read morevksrivastav
Unsplash चला है न जाने ये कैसा चलन मोहब्बत बची ना,बची बस जलन ©Vk srivastav चला है न जाने ये कैसा चलन #Life #SAD #Trending #viral #Shayari #vksrivastav
चला है न जाने ये कैसा चलन Life #SAD #Trending #viral Shayari #vksrivastav
read moreMatangi Upadhyay( चिंका )
Unsplash पता नहीं, क्या बदला है अब बस पहले जैसा कुछ नहीं रहा है... शायद कुछ मर गया है मेरे अंदर... अब मेरा दिल हसरते नहीं करना चाहता है, तुमसे मिलने से पता चला की, किस तरह किसी के साथ होते हुए भी, हो सकती हूँ अकेली .. अब जान गई हूँ .... नहीं लड़ना ही, सबसे "बड़ी लड़ाई" होगी मेरी...! ©Matangi Upadhyay( चिंका ) तुमसे मिलकर पता चला 🤔🤔 #matangiupadhyay #Nojoto #Life #Love #Loneliness #Feeling
तुमसे मिलकर पता चला 🤔🤔 #matangiupadhyay Life Love #Loneliness #Feeling
read moreSarvesh kumar kashyap
नवनीत ठाकुर
अपनी पहचान को मिटाना नहीं, दरिया बन, समंदर में समाना नहीं। फासलों में भी गहराई होती है, नज़दीकी अक्सर तबाही लाती है। किसी के कद से खुद को छोटा न कर, अपनी मिट्टी से जुड़ रिश्ता तोड़ा न कर। जो उड़ गए ऊँचाईयों की ओर, उनके कदमों तले रह गई ज़मीन की डोर। हर दरिया को समंदर की चाह नहीं होती, हर मोती के लिए साज़िश राह नहीं होती। ख़ुदी को बुलंद कर, गिरना मुमकिन है, याद रख, उड़ान में भी गिरावट का दिन है। जो दूर रहकर पास की बात करते हैं, वो अपने मुकाम की बुनियाद रखते हैं। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर अपने अंदर समंदर सा सुकून रख, ऊपर से शांत, अंदर जुनून रख। जो भीड़ के साथ चला, खो गया, जो अलग रहा, खुदा जैसा हो गया।
#नवनीतठाकुर अपने अंदर समंदर सा सुकून रख, ऊपर से शांत, अंदर जुनून रख। जो भीड़ के साथ चला, खो गया, जो अलग रहा, खुदा जैसा हो गया।
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
स्वलिखित शायरी शीर्षक रिश्तों का शीशमहल विधा शायरीनुमा भाव वास्तविक रिश्तों का शीशमहल कब मकान में बदल गया पता न चला, भावुकता कब ईंट पत
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