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sarwar Islam
White Village Photo Sarwar ©sarwar Islam Village Photo Sarwar Islam
Village Photo Sarwar Islam
read moreRaj Kumar Raj
मां 'मां' एक शब्द मात्र नहीं, ईश्वर नहीं, नित्य संसार नहीं, अनंत ब्रह्मांड नहीं, शाश्वत सत्य भी नहीं, 'मां' प्रकृति है, जिसने जन्म दिया उपरोक्त सभी को। ©Raj Kumar Raj #village
VADRA KRISHNA
ఆకలితో ఉన్నవాడికి చేపను ఇవ్వవద్దు. చేపను పట్టడం నేర్పు.ఈరోజు మనం చేపను ఇస్తాము.రేపు వారికి ఎవరిస్తారు? అన్నం పెట్టి కడుపు నింపే బదులు జీవనోపాధికి పనికొచ్చే ఒక వృత్తి ఒక కళ,కిటుకు,నేర్పు.వాళ్ళు జీవితాతంతం గుర్తుంచుకుంటారు.నీకు మర్చిపోలేని అనుభూతి మిగులుతుంది.వారికి జీవనాధారం ఏర్పడుతుంది.అంటే చేసే సహాయం ఎదుటివారికి జీవనజ్యోతి వెలిగేలా ఉండాలి. ©VADRA KRISHNA #fisherman *చైనా సూక్తి
#fisherman *చైనా సూక్తి
read moreAlok
White मुझे याद है आज भी वो बचपन का जमाना दोस्तों के संग खेल कर पूरा दिन बिताना गांव की कच्ची पगडंडियों पर दौड़ लगाना हाथ छोड़कर टूटी सड़कों पर साइकिल चलाना न कर पाती थी कैद हमें घर में वो लू बहना मचलते मन के वश में एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर चढ़ना मुझे याद है आज भी वो बचपन का जमाना वो दोस्तों के संग मिलकर दूसरे के बगिया से आम चुराना पकड़े जाने पर गिर पड़ा था बोलकर बहाने बनाना घरवालों से छुप-छुपाकर तालाब में नहाना नजर आने पर पापा से मार खाना मुझे याद है आज भी वो बचपन का जमाना वो बरसात के मौसम में कबड्डी के खेल का बीच में ही रुक जाना फिर कागज के पन्नों का वो नाव बनाना पकड़ कर चीटियों को उस नाव में सैर करना दिख जाए मेंढक तो उसे बेवजह सताना मुझे याद है आज भी वो बचपन का जमाना वो सर्दियों के दिनों में अलाव जलाना बैठकर दादा दादी को अपने किस्से सुनाना खिली हुई खेतों कि हरियालियों में दौड़ लगाना सरसों के फूलों से अपने मिट्टी के महल को सजाना मुझे याद है आज भी वो बचपन का जमाना जिंदगी के पुराने पन्नों में छुपा है कहीं वो बचपन के यादों का खजाना चलती राहों में कहीं मन के कोने में मिल जाए तो चेहरे का खिलखिलाना मुझे याद है आज भी वो बचपन का जमाना °°°आलोक°°° ©Alok #Memories village life
#Memories village life
read moreAlok krishya
तुम्हारी तस्वीर देखें या सामने से तुम्हें देखते रहेंगे तुमसे बातें हों या बस सुने तुम्हें तुम्हारी आवाज़ तो हम तक आएगी ही तुम जाओगी दूर तो हम पास आएंगे। फिर ये भी है तुम कहीं भी रहो ना हम तुम्हें भुलाएँगे। ©Alok krishya #fisherman