Find the Latest Status about नमाज उसे जन्नत नहीं from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, नमाज उसे जन्नत नहीं.
F M POETRY
Unsplash आख़री बार देखना है उसे.. फिर लगातार देखना है उसे.. वो दवाएं बहुत बताता है.. होके बीमाऱ देखना है उसे.. 🙏🙏🙏 ©F M POETRY #फिर लगातार देखना है उसे...
#फिर लगातार देखना है उसे...
read moreSANIR SINGNORI
मैं मांगता था दुआ में हर दिन उसे मैं खुदा से अब कुछ नहीं मांगता, . ©SANIR SINGNORI मैं मांगता था दुआ में हर दिन उसे मैं खुदा से अब कुछ नहीं मांगता
मैं मांगता था दुआ में हर दिन उसे मैं खुदा से अब कुछ नहीं मांगता
read moreParasram Arora
Unsplash जन्नत से भी ज्यादा अज़ीज़ है मुझे अपने पुश्तैनी घर का ये आँगन क्योंकि इसी आँगन मे अच्छे से उम्र अपनी गुज़ार दीं है मैंने वो भी बिना किसी शिकवे शिiकायत के ©Parasram Arora जन्नत जैसा aangn😍
जन्नत जैसा aangn😍
read moreKulvant Kumar
" इंसान का बिस्तर एक दिन उसे वो ज्ञान देने लगता है जो बड़े से बड़ा ज्ञानी भी नहीं दे सकता "
read moreSarfaraj idrishi
किसके लिए जन्नत बनाई है तूने ऐ खुदा कौन है यहां जो गुनाहगार नहीं..! ©Sarfaraj idrishi #specs किसके लिए जन्नत बनाई है तूने ऐ खुदा कौन है यहां जो गुनाहगार नहीं..! Islam Achman Chitranshi kk_bhardwaj21 A k sahu udass Afzal kh
#specs किसके लिए जन्नत बनाई है तूने ऐ खुदा कौन है यहां जो गुनाहगार नहीं..! Islam Achman Chitranshi kk_bhardwaj21 A k sahu udass Afzal kh
read moreनवनीत ठाकुर
दोस्ती गर की तो साथ छोड़ा नहीं कभी, हम वो परिंदे हैं जो उजड़ी हुई शाखों पर घरौंदे बनाते फिरते हैं। हाथ जो पकड़ ले, तो फिर उसे छोड़ते नहीं। दूरी बेशक हो, साथ का एहसास, कम कभी होने देते नहीं।" ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर दोस्ती गर की तो साथ छोड़ा नहीं कभी, हम वो परिंदे हैं जो उजड़ी हुई शाखों पर घरौंदे बनाते फिरते हैं। हाथ जो पकड़ ले, तो फिर उसे छो
#नवनीतठाकुर दोस्ती गर की तो साथ छोड़ा नहीं कभी, हम वो परिंदे हैं जो उजड़ी हुई शाखों पर घरौंदे बनाते फिरते हैं। हाथ जो पकड़ ले, तो फिर उसे छो
read moreAnuj Ray
White रोकना मत उसे" भरी महफ़िल में आज ,टूटा है दिल ग़रीब का, महबूब के सपनों के शहर में, मर जाएगा बेचारा गर होश में रहा तो, पीने दो आज कोई "रोकना मत उसे। ©Anuj Ray # रोकना मत उसे"
# रोकना मत उसे"
read moreनवनीत ठाकुर
White लफ़्ज़ कम हों, पर एहसास गहरा देना, मुलाकात को यादों का चेहरा देना। उसकी हंसी में जन्नत का नूर दिखे, उसे देखकर, हर ग़म को किनारा देना। ©नवनीत ठाकुर #लफ़्ज़ कम हों, पर एहसास गहरा देना, मुलाकात को यादों का चेहरा देना। उसकी हंसी में जन्नत का नूर दिखे, उसे देखकर, हर ग़म को किनारा देना।
#लफ़्ज़ कम हों, पर एहसास गहरा देना, मुलाकात को यादों का चेहरा देना। उसकी हंसी में जन्नत का नूर दिखे, उसे देखकर, हर ग़म को किनारा देना।
read more