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Deepakraj
Unsplash mera naam hai Raj aur Delhi se Delhi support kar lijiye aur tumhare ko bhi support Kiya jaega aur ine Kami bahut badhiya hone wali Hai aur Tum logon Ko bhi cutie cutie aur naye sal ka mubark hai aur bahut badhiya hone wala hai naye sal ka event 🌹😎 ©Deepakraj #library naya sal ka event
#library naya sal ka event
read moreप्रणाली कावळे
White आयुष्य?..........आयुष्याला मार्ग खूप आहेत पण कोणता मार्ग स्वीकारायचा हे मात्र तुमच्या हातात आहे ......... लक्ष्यात ठेवा माणस ही अगदी तशीच या जगात खूप आहेत ....पण कोणती स्वीकारायची आणि कोणती टाकायची हे मात्र तुमच्या हातात आहे .....चागल्यांना प्राधान्य द्या वाईट ना सोडुन द्या हो बरोबर आईकलत....कारण ? तुमची संगत तुमचे विचार बदलत आसतात !! आणि तुमचे विचार तुमचं आयुष्य बदलतात हे लक्ष्यात घ्या!! म्हणून आयुष्य जगत असताना निर्णय आणि मार्ग // मार्ग आणि निर्णय तुम्ही घ्या.... ✍️कवी...... प्रणाली कावळे ©प्रणाली कावळे #sad_quotes Mr.Ravi Rajdev puja udeshi PUJA KUMARI SIDDHARTH.SHENDE.sid Sumit Raj Chauhan
#sad_quotes Mr.Ravi Rajdev puja udeshi PUJA KUMARI SIDDHARTH.SHENDE.sid Sumit Raj Chauhan
read moreLovely Love
White दूर निकल आए हैं पहले की जिंदगी से, सच पूछो तो वो सुकून अब नहीं आता। होती है जाने कितनी ही रातें गुजरते हैं जाने कितने ही दिन पर वो मासूमियत वाला बचपन लौटकर दुबारा नहीं आता।। ©Lovely Love #bachpan
Yogesh Tawar
bachpan me vari duphari .... naap aate the .... pura mohalla jab se degreeiya... sumjh me aaye paw... jalne lage he.... ©Yogesh Tawar #bachpan
मलंग
कई दिन हुये, उस रास्ते से गुजरे जो तुम तक जाती थी। सुना है, रास्ते के पेड़ सूख गये, हाँ सूखना ही था उनको... मुहब्बत जो कि थी बहारों से, बहार चली गयी और रह गया पीछे ठूंठ। हम भी तो ऐसे ही हैं, ये घाट, ये गलियाँ सब बेकार... शहर बनारस अब रास नहीं आता। कुछ छूट गया या फिर छोड़ दिया, यह सवाल आजतक सवाल ही है.... घर के एक कोने में हमारा कमरा है जिसके रंग अब फीके हो चुके हैं। दिल थम सा गया है। शायद धड़कन मद्धम-सी हो रही है, तुम समझी नहीं... कुछ ठहर गया और हम बेपरवाह चलते रहे, न जाने कब अकेले हुये पता न चला। निदा फ़ाजली ने कहा था 'रोज जीता हुआ, रोज मरता हुआ; अपनी ही लाश का खुद मज़ार आदमी', ससुरी किस्मत ने अपने दिल पर ले लिया। सांस चलना ही अगर जिन्दा रहना होता तो फिर मुहब्बत की जरूरत न थी.... शहर की आब-ओ-हवा बदल गयी पर हम अब भी वहीं हैं, तनहा, अकेले, एकदम अंधेरे में.... वहीं जहाँ तुम हमें छोड़ गयी। ❤️ 'सोच' ©मलंग #naya