Find the Latest Status about बुद्धि मतलब from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, बुद्धि मतलब.
manoj kumar jha"Manu"
हे अर्जुन! जो तमोगुण से घिरी हुई बुद्धि अधर्म को भी "यह धर्म है"ऐसा मान लेती है तथा संपूर्ण पदार्थों को भी विपरीत मान लेती है वह बुद्धि तामसी है।। श्रीमद्भगवतगीता १८/३२ तामसी बुद्धि
तामसी बुद्धि
read morekishan mahant
अगर मैं रावण होता तो रावण अपने बहन कि बेजती का बदला ले रहे थे और बदला सीता से नहीं राम से ले रहे थे कियो की रावण जानता था कि राम सीता से कितना प्रेम करते थे तो रावण ने सीता को उठा कर ले गया और अशोक वाटिका में रखेथे और कुछ भी नहीं किया चाहता तो कुछ भी कर सकता था पर किया नहीं कियोकि राम से युध करना चाहते थे रावण रावण बहन की बेजती सहन नहीं कर पा रहे थे और कुछ नहीं #रावण बुद्धि
#रावण बुद्धि
read moreRajesh Kumar
बुद्धि सबके पास है चालाकी करनी है या ईमानदारी यह सब संस्कारो पर निर्भर करती है, चालाकी चार दिन चमकती है, ईमानदारी जिंदगी भर निकटता बनाये रखती है। ©Rajesh Kumar #बुद्धि सबके
Benam Shayar
शिक्षा ऐसा वृक्ष है जो दिल में उगता है दिमाग में पलता है और जुबान से फल देता है...।। ©Vipin Maurya #बुद्धि #ज्ञान
HP
“वह पापी है दुष्ट नराधम, उसके पास न जाना । उसे देखना छूना मानो, शिर पर पाप चढ़ाना ॥” “भाई सच कहते हो, लेकिन, पावन किसका तन है? रक्त माँस मल मूत्र आदि से, रहित कौन सा जन है? आत्मा तो सब की समान है, सुन्दर शुचि अविनाशी । सब में सदा समान बिराजें, शम् कर घंट घटवासी।” “कर्म बुरे करता है” लेकिन, ‘गहन कर्म गति’ भाई । क्या अच्छा क्या बुरा न परिभाषा इसकी हो पाई ॥” मानव की अपूर्ण प्रज्ञा-क्या, बेचारी ने जाना । कुछ आसान नहीं है जग में, ‘बुरा भला’ बतलाना ॥ प्रभु के इस पावन प्राँगण में, किसको दोष लगाऊं उसकी पुण्य पूत कृतियों को, कैसे बुरा बताऊ॥ किससे द्वेष करूं? किससे बदला लूँ? किसकों मारूं? किसे विपक्षी समझूँ किसकी सेना को संहारूं? आत्म बुद्धि
आत्म बुद्धि
read moreSukhdev Panday
बुद्धि मर्दों के पास और धन औरतों के पास होता है। समधी का मतलब बराबर बुद्धि वाले,समधन का मतलब बराबर धन वाली। इतनी बड़ी बात तो हमारे रिश्ते नातों में छिपी है। ©Sukhdev Panday बुद्धि और धन
बुद्धि और धन #Quotes
read moreDeepak Sisodia
सबको यहाँ, बस अपने ही, मतलब से मतलब हैं जो था यहाँ कल, आज हैं, और बस वहीं अब हैं मण्डी फकीरों की लगी , बिकता ख़ुदा देखा अब तो दुआओं में भी, उनके उनका मतलब हैं रिक्शे चलाने वाले भी , बाबा थे बचपन में बच्चों को भी क्या इल्म, के क्या अदब अब हैं दौलत की चम चम में, यहाँ सब चमचमाता हैं सिक्कों की ये आवाज़ हमदम , क्या गज़ब ढब हैं अब तो यहाँ हर बात में, बस आप दिखता हैं ख़ुद के ख़ुदा हम आप हैं, और आप ही रब हैं दीपक सिसोदिया मतलब ही मतलब....
मतलब ही मतलब....
read more