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अनिल कसेर "उजाला"
मोहब्बत का यही फ़साना है, होता मुश्किल साथ निभाना है। जो पल मिला है जी ले उजाला, वक़्त का होता नहीं ठिकाना है। ©अनिल कसेर "उजाला" वक़्त का होता नहीं ठिकाना है।
वक़्त का होता नहीं ठिकाना है।
read moreRam Prakash
Unsplash प्रेम क्या है शराबी से हो जाता है शादी के बाद रूप रोता है भाग्य खाता है ©Ram Prakash #lovelife रूप
#lovelife रूप
read moreAnuj Ray
White खुशी का रूप" जैसे ही खुशी की बात बताई अवनि ने जाके अंबर से की, बनने वाले हो तुम पिता, उठा के गोद में अवनी को मारे ख़ुशी के पागलों की तरह नाचने लगा, डम डम डिगा डिगा। ऐसा ख़ुशी का रूप देखने वालों से रहा न गया, हर कोई जोर-जोर से खिलखिला के हंस पड़ा। ©Anuj Ray # ख़ुशी का रूप"
# ख़ुशी का रूप"
read moreMayuri Bhosale
रूप तुझे .... रूप तुझे अंधारात लखलखणाऱ्या प्रकाशित ताऱ्यांसारखे. रूप तुझे कोळशाच्या खाणीत चमचमणाऱ्या हिऱ्यासारखे. रूप तुझे सागरात असणाऱ्या शिंपल्यातील शुभ्र मोत्यासारखे. रूप तुझे मोगऱ्याचा सुगंध बागेत दरवळल्यासारखे. रूप तुझे साजिरी गोजिरी दिसणाऱ्या नक्षत्रासारखे. रूप तुझे मंद झुळझुळ वाहणाऱ्या संथ वाऱ्यासारखे. रूप तुझे रात्रीच्या गोड लाजणाऱ्या चंद्रासारखे. रूप तुझे सुंदर मनाला भुरळ घालणाऱ्या मोहिनी सारखे. ©Mayuri Bhosale #रूप तुझे
#रूप तुझे
read moreनवनीत ठाकुर
White मरण नहीं है अंत, ये तो एक नई है शुरुआत, जिसमें रूह का मिलन, उस परम से है मुलाकात। मृत्यु नहीं है खात्मा, बस रूप बदलने की है बात, उसके दर पर समर्पण ही, इस जीवन की सबसे बड़ी है राहत। ©नवनीत ठाकुर #मरण नहीं है अंत, ये तो एक नई है शुरुआत, जिसमें रूह का मिलन, उस परम से है मुलाकात। मृत्यु नहीं है खात्मा, बस रूप बदलने की है बात, उसके दर प
#मरण नहीं है अंत, ये तो एक नई है शुरुआत, जिसमें रूह का मिलन, उस परम से है मुलाकात। मृत्यु नहीं है खात्मा, बस रूप बदलने की है बात, उसके दर प
read moreneelu
White चक्रव्यूह चाहे चिंताओं का हो चक्रव्यूह चाहे विचारों का हो चक्रव्यूह चाहे किसी भी...बात का है अभिमन्यु की तरह चक्रव्यूह को तोड़ने का स1हस दिखाइए ©neelu #sad_quotes #बात का है
#sad_quotes #बात का है
read moreशुभम मिश्र बेलौरा
White बगल सीसे में दिखती थी,जो फूलों में महकती थी, वो कैसे खो गई तस्वीर जो धड़कन में बसती थी। बड़ा बेचैन होता मन ,वो पल जब याद करता हूं। समंदर के लहर जैसे मेरे बाहों में हंसती थी।। मैं पहले सोचता था रात में इक रात आयेगी। सजेगा घर उसी का और मेरी बारात आयेगी। कभी सोचा न था दुनिया में ऐसे दिन भी देखूंगा। खिले मौसम में आंखों से मेरे बरसात आयेगी।। जो मुझपे प्यार का शबनम परोसा ही नहीं होता। तेरे जाने पे मुझको ग़म जरा सा भी नहीं होता। मैं जिससे प्यार करता था जिसे अपना समझता था। वो नफरत भी है कर सकती भरोसा ही नहीं होता।। ©शुभम मिश्र बेलौरा #good_night श्रृंगार
#good_night श्रृंगार
read morePraveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी घुला जहर हवाओ में दिल दिल्ली का प्रदूषित है थम रही है सांसे इसकी धुंधलापन और जलन आँखों में है लाखो बहाने सरकारों पर है हर साल का वो ही रोना है चालान और जुर्माने बढ़ा देना ही शासन प्रशासन का आपदा को अवसर बनाना है टूट रहे है दिल दिल्ली वालों के रोग मुफ्त में बट रहे है दर्द अंग अंग में एलर्जी से शरीर कट रहे है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #InspireThroughWriting दिल दिल्ली का प्रदूषित है
#InspireThroughWriting दिल दिल्ली का प्रदूषित है
read moreneelu
White अगर नारी शक्ति है नारी ही श्रृंगार है तो बेचारा पुरुष क्या है ©neelu #good_night #अगर #नारी #शक्ति है नारी ही #श्रृंगार है तो #बेचारा #पुरुष क्या है