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Manish Raaj
श्रृंगार ------ वो जो आइने की नज़र से ख़ुद को इतना निहारती है श्रृंगार से जी नहीं भरता या निहरनेवालों की नज़र रास नहीं आती शायर: मनीष राज ©Manish Raaj #श्रृंगार
अदनासा-
प्रकृति माँ स्वयं के सौंदर्य निर्माण हेतु सुंदर कलाओं का श्रृंगार भी करती है ©अदनासा- #माँ #हिंदी #प्रकृति #सौंदर्य #श्रृंगार #कला #निर्माण #Instagram #Facebook #अदनासा
Poonam
वो हर रोज घंटो समय लगाकर खुद को संवारती है... बड़ी_बड़ी आंखों को गहरे, काले रंग के काजल से भरती है... उसका पहनावा हो या श्रृंगार सबकुछ उसकी कुलीन प्रतिष्ठा का प्रमाण है.... उसकी मुस्कान क्यूं फिकी है.... इसपर कभी किसी की नजर नहीं जाती.... हां....मिला भी तो बहुत कुछ है उसे..... एक व्यक्ति का नाम और उसकी दौलत.... जो होठों पर मुस्कुराहट दे ना दे लेकिन उसकी उदासियों को जरूर ढक देता है.... ©Poonam #श्रृंगार #काजल #Nojoto #nojotohindi
Amit Singhal "Aseemit"
तभी संभव है रिश्तों का श्रृंगार, जब हम रखें आपस में सरोकार। स्वभाव रहे हम सबका मिलनसार, सबको रहे एक दूसरे की दरकार। ©Amit Singhal "Aseemit" #रिश्तों #का #श्रृंगार
Death_Lover
कौन है जो तुमको संवारेगा, तुम्हारे हुस्न को छोड़ मन को निहारेगा सिलसिला क्यों रहेगा तुम्हारा भी तन संवारने का जारी, क्या तुम अब भी बन बैठी हो मन से नारी॥ "तुम्हारा मन मुक्तिबोध श्रृंगार में होना चाहिए, न कि दुनियाभर की लिप्तता में" ◆परमात्मने नमः◆ ©Death_Lover #मेरे_राम #बोध #प्रेम #आध्यात्मिक #जागृति #श्रृंगार #हुस्न #स्त्री #महिला #Women_Empowerment
Mili Saha
कमल नयन मोहनी सूरत लुभावनी श्याम वर्ण केस वो लगे है मृगनयनी सागर सी है गहराई वो कवि की है कविता किसी संगीतकार की मानो है वो संगीत सरिता कंचन कांति मुख लिए चंचल किरणों सी इतराती कल-कल करती नदी सी निश्छल बहती जाती। ©Mili Saha #nojotopoetry #nojotohindi #sahamili #श्रृंगार
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read moreMonika Vimal
और संवर जावै सै रूप मेरा, जब श्रृंगार करन आले हाथ उनके होवैं सैं। ©Monika Rathee (Raisin Vimal) #Love #श्रृंगार
Poetry with Avdhesh Kanojia
बिना सजे श्रृंगार लजाती कैसे तव वर्णन कर पाएँ। सजनी सज कर तुम न आना कहीं पागल हम न हो जाएँ।। #love #lovequotes #lovequote #प्रेम #श्रृंगार #twoliner #life बिना सजे श्रृंगार लजाती कैसे तव वर्णन कर पाएँ। सजनी सज कर तुम न आना कहीं पागल हम न हो जाएँ।। ✍️अवधेश कनौजिया©
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