Nojoto: Largest Storytelling Platform

New समान नागरिक संहिता Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about समान नागरिक संहिता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, समान नागरिक संहिता.

Rohan Roy

अंधविश्वास में जीना, अंधविश्वास में मरने के समान है। | #RohanRoy | #dailymotivation | #motivation_for_life | #rohanroymotivation | happy l

read more
White अंधविश्वास में जीना, अंधविश्वास में 
मरने के समान है। 
वो आंख वाले अंधे ही होते हैं। 
जिन्हें स्वयं पर भरोसा करने से बेहतर, 
अंधविश्वास पर भरोसा करना बेहतर लगता है।

©Rohan Roy अंधविश्वास में जीना, अंधविश्वास में 
मरने के समान है। 
| #RohanRoy | #dailymotivation | #motivation_for_life | #rohanroymotivation | happy l

Radhe Radhe

दोनो एक समान

read more
राधे श्याम की जोडी़ सुहानी
प्रीत की रीत इन दोनो की कहानी 
एक स्वांस दो देह धरयानी
निर्मल जल में दोनो एक समान ।
जय श्री राधे

©Radhe Radhe दोनो एक समान

vksrivastav

सभी के लिए एक समान प्रेम Quotes Love Life Poetry Shayari vksrivastav

read more

Sanjeev0834

अगर #मंदिर होता तो #VIP #दर्शन हो जाते खैर ये गुरु का द्वार है यहां सब एक #समान है बस यही #फर्क है जय #गुरु #रविदास 2 जय #भीम 🦚 🔱 beingsan

read more
अगर मंदिर होता तो VIP दर्शन हो जाते खैर ये गुरु का द्वार है यहां सब एक समान है बस यही फर्क है जय गुरु रविदास 
(2 जय भीम🦚 🔱

If it were a temple, there would have been VIP darshan. Well, this is Guru's door, here everyone is equal, this is the only difference. Jai Guru Ravidas
 (2 Jai Bhim🦚 ⚜️

©Sanjeev0834 अगर #मंदिर होता तो #VIP #दर्शन हो जाते खैर ये गुरु का द्वार है यहां सब एक #समान है बस यही #फर्क है जय #गुरु #रविदास 
2 जय #भीम 🦚 🔱 #beingsan

Indian Kanoon In Hindi

भारतीय दंड संहिता की धारा 396

read more
भारतीय दंड संहिता की धारा 396 :- 

* यदि ऐसे पांच या अधिक व्यक्तियों में से, जो संयुक्त होकर डकैती कर रहे हों, कोई एक व्यक्ति इस प्रकार डकैती करने में हत्या कर देगा, तो उन व्यक्तियों में से हर व्यक्ति मॄत्यु से, या आजीवन कारावास से, या कठिन कारावास से, जिसकी अवधि दस वर्ष तक की हो सकेगी, दण्डित किया जाएगा और जुर्माने से भी दण्डनीय होगा ।

©Indian Kanoon In Hindi भारतीय दंड संहिता की धारा 396

Indian Kanoon In Hindi

भारतीय दंड संहिता की धारा 455

read more
भारतीय दंड संहिता की धारा 455 :- 

* भारतीय दंड संहिता की धारा 455 के अंतर्गत किसी भी व्यक्ति को चोट पहुंचाने, या किसी व्यक्ति पर हमला करने, या किसी व्यक्ति को गलत तरीके से निरोधक बनाने के लिए, या किसी व्यक्ति को चोट पहुंचाने या हमले या गलत तरीके से डरने के लिए तैयार करने की तैयारी करने वाले घर-दंड, या घर-तोड़ने वाले कोई भी व्यक्ति संयम, को या तो विवरण या एक कारावास के साथ दंडित किया जाएगा जो दस साल तक हो सकता है, और यह भी जुर्माना के लिए उत्तरदायी होगा।

©Indian Kanoon In Hindi भारतीय दंड संहिता की धारा 455

Vs Nagerkoti

#walkingalone सबक,,, हर किसी को मिलता है । याद रखिए इश्वर सब के बारे समान है । वो किसी का चाचा ताऊ नही जो सदा आपका पक्ष ले ।🙏🙏🙏

read more
अगर आप ने कई लोगों को हमेशा 
अंधेरे मे रखा है । और आपको ऐसा 
करने में बहुत आनंद आता है ।
या आप हर किसी को मात्र एक 
option ही समझते है । याद रखिए 
मात्र एक ही इंसान आपकी लंका 
तवह करने के लिए काफी है ।
जो आपसे भी बड़े level का ठग 
हों सकता है । जो आगे चलकर 
आपको भी हमेशा iption की तरह 
ही treet करेगा और ये वही शख्स 
होगा जिसे खुद ईश्वर के द्वारा आपके 
जीवन मैं plan किया हैं।। ताकि
आपको आपकी सही जगह दिखा 
सके । और आप अपनी हरकतों 
से बाज आएं ।






 गलतफहमी किसी की भी हो 
एक दिन जरूर दूर होती हैं ।

©Vs Nagerkoti #walkingalone सबक,,, हर किसी को मिलता है । याद रखिए इश्वर सब 
के बारे समान है । वो किसी का चाचा 
ताऊ नही जो सदा आपका पक्ष ले ।🙏🙏🙏

N S Yadav GoldMine

#sad_quotes {Bolo Ji Radhey Radhey} सहर की दवा और गांव की हवा करीब-2 एक समान है। जय श्री राधेकृष्ण जी।।

read more
White {Bolo Ji Radhey Radhey}
सहर की दवा और गांव की
हवा करीब-2 एक समान है।
जय श्री राधेकृष्ण जी।।

©N S Yadav GoldMine #sad_quotes {Bolo Ji Radhey Radhey}
सहर की दवा और गांव की
हवा करीब-2 एक समान है।
जय श्री राधेकृष्ण जी।।

Devanand Jadhav

#ganesha #ganapati भक्ति सागर Hinduism भक्ति गाना भक्ति संगीत भक्ति गीत विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय लम्बोदराय सकलाय जगद्धितायं। नागाननाथ

read more

Devanand Jadhav

#ganesha #ganpati Hinduism भक्ति सागर ॐ गजाननाय विद्महे। वक्रतुण्डाय धीमहि। तन्नो धन्ति प्रचोदयात्॥ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।

read more
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile